चमोली : मानसून सीजन के बाद चारधाम की कठिन डगर

Team PahadRaftar

संजय कुंवर

चमोली : मानसून सीजन के बाद सरकार ने चारधाम यात्रा को भले हरी झंडी दे दी हो, जिससे तीर्थयात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। और यात्रा से जुड़े व्यावसायियों में भी खुशी बनी है। लेकिन नेशनल हाईवे की स्थिति अब भी जगह-जगह खस्ताहाल बनी हुई है। चमोली जिले में दर्जनभर से अधिक डेंजर जोन पर सफर करना अब भी जानलेवा बना हुआ है।

मानसून सीजन में हुई भारी बारिश से बदरीनाथ हाईवे गौचर से बदरीनाथ तक दर्जनों जगहों पर भूस्खलन व भूधंसाव होने से तबाह हुए हैं। नेशनल हाईवे सुधारीकरण का कार्य जिस धीमी रफ्तार से चल रहा है, उससे अब भी जिले में दर्जनभर से अधिक डेंजर जोन पर सफर करना जानलेवा बना हुआ है। डेंजर जोन गौचर कमेडा, कर्णप्रयाग, नंदप्रयाग, बाजपुर, मैठाणा, छिनका, गडोरा, भनीर पानी, पागलनाला, लामबगड़ सहित अन्य जगहों पर सफर करना अब भी जानलेवा बना हुआ है। पीपलकोटी नगर पंचायत गडोरा में नेशनल हाईवे भूधंसाव होने से अत्यधिक खतरा बना हुआ है। जहां पर एनएच द्वारा हाईवे सुधारीकरण कार्य अभी तक शुरू नहीं किया गया है। जिससे यहां पर जाम भी लग रहा है। मानसून सीजन के बाद एकाएक तीर्थयात्रियों की संख्या में इजाफा होने से चारधाम यात्रा से जुड़े होटल व्यापारियों में खासा उत्साह बना है। वहीं नेशनल हाईवे जगह – जगह जख्मी होने से तीर्थयात्रियों को भी हिचकोले खाकर सफर करना पड़ रहा है।

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