चमोली : चारधाम यात्रा ने वर्षाकाल के बाद एक बार फिर रफ्तार पकड़ दी है। हर दिन हजारों तीर्थयात्री धाम में दर्शन व पिंडदान के लिए पहुंच रहे हैं। शासन – प्रशासन द्वारा आपदा के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग सुधारीकरण न करने से तीर्थयात्रियों को परेशानियां उठानी पड़ रही है।
मानसून सीजन के बाद चारधाम यात्रा ने एक बार फिर से रफ्तार पकड़ी है। हर दिन हजारों तीर्थयात्री चारधाम के साथ बदरीनाथ धाम पहुंच रहे हैं। लेकिन वर्षाकाल में भारी बारिश व भूस्खलन से नेशनल हाईवे दर्जनों जगहों पर जख्मी व बदहाल बनी हुई है। जिसको सुधारने के लिए शासन – प्रशासन व एनएच द्वारा आपदा के डेढ़ माह बाद भी कोई खास प्रयास नहीं किए गए हैं। जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग कही जगहों पर जानलेवा बनी हुई है। नगर पंचायत पीपलकोटी के गडोरा और पीपलकोटी से दो किमी दूर चाडा पर नेशनल हाईवे की स्थिति अत्यधिक दयनीय व खस्ताहाल बनी हुई है। जिसके चलते हर दिन दो किमी का जाम लग रहा है। जाम लगने से स्थानीय होटल व्यवसाय भी प्रभावित हो रहा है। वहीं पीपलकोटी से जोशीमठ 33 किमी का सफर में ढ़ाई से तीन घंटे लग रहे हैं। आपदा के बाद सरकार और प्रशासन ने चारधाम यात्रा को हरी झंडी तो दे दी लेकिन चारधाम राष्ट्रीय राजमार्ग का सुधारीकरण करना उचित नहीं समझा है। जिसके चलते तीर्थयात्रियों को भी गड्ढों के साथ लंबा जाम का भी सामना कर परेशानियां उठानी पड़ रही है।