ऊखीमठ। विकासखण्ड की निकटवर्ती ग्राम पंचायत डुगर- सेमला के डुगर गाँव में केन्द्र सरकार की जल जीवन मिशन के अन्तर्गत हर घर जल, हर घर नल योजना के विगत तीन माह से अधर में लटकने से गाँव के 50 परिवारों में पेयजल संकट बना हुआ है। परिणाम स्वरूप ग्रामीणों को दो बूंद पानी के लिए दर – दर भटकना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजकर निर्माणाधीन पेयजल योजना के निर्माण में कार्यदाही संस्था द्वारा भारी अनियमिताएं बरतने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की।
जिलाधिकारी को भेजे ज्ञापन का हवाला देते हुए ग्रामीणों ने बताया कि केन्द्र सरकार की जल जीवन मिशन के अन्तर्गत हर घर जल, हर घर नल योजना में कार्यदाही संस्था द्वारा भारी लापरवाही बरतने से डुंगर गाँव के 50 परिवारों में पेयजल संकट बना हुआ है। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि पेयजल योजना के निर्माण में गुणवत्ता को दर किनार कर पेयजल का निर्माण किया जा रहा है तथा कुछ स्थानों पर पुरानी पेयजल योजना की लाइन को जोड़कर लाखों रुपये का वारा – न्यारा किया जा रहा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि कार्यदाही संस्था के लापरवाही के कारण पेयजल योजना के मूल स्रोत पर सेफ्टी टैंक का निर्माण भी नहीं किया गया है तथा विभाग की अनदेखी के कारण पेयजल योजना का निर्माण विगत तीन माह से अधर में लटकने से डुगर गाँव में पेयजल संकट बना हुआ है। वहीं दूसरी ओर विभाग का कहना है कि ग्रामीणों में आपसी मतभेद होने के कारण पेयजल संकट बना हुआ है। तथा वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के कारण मिनी लॉकडाउन लगने से पेयजल योजना का निर्माण अधर में लटका हुआ है।