संजय कुंवर
बदरीनाथ : खराब मौसम और वेस्टर्न डिस्टरबेंस के चलते उच्च हिमालय क्षेत्र में बिना अनुमति पत्र और अनुभवी गाइडों के पथारोहण ट्रैकिंग करना ट्रेकिंग दलों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है, ऐसा ही वाकया बदरीनाथ से आगे सतोपंथ सरोवर ट्रैक रूट पर घटित हुआ जहां खराब मौसम और बर्फबारी के बीच 5 ट्रैकर सतोपंथ की यात्रा पर निकले लेकिन कोहरे और बर्फबारी के कारण मार्ग भटकने से मुसीबत में फंस गए।
हालांकि इनके दोस्त द्वारा एसपी चमोली को ईमेल द्वारा इनकी गुमशुदगी की सूचना देने पर पुलिस प्रशासन हरकत में आया और बदरीनाथ पुलिस ने त्वरित कार्यवाही कर इन सभी ट्रेकरों को जान बचाई है।
वहीं बदरीनाथ पुलिस का बचाव दल देवदूत बनकर इन ट्रेकरों को बचाने निकला और सभी ट्रेकरों को सुरक्षित रेस्क्यू कर वापस बदरीनाथ सकुशल ले आया। वहीं सभी ट्रेकरों द्वारा बदरीनाथ पुलिस की इस जाबांजी और जज्बे को सलाम करते हुए शुक्रिया अदा किया है।
लेकिन बड़ी बात ये कि खराब मौसम और बर्फबारी के साथ बिना फॉरेस्ट की अनुमति और लोकल टूर ऑपरेटरों के संपर्क किए इस तरह की यात्रा पर सवाल उठना लाजमी है।
जरूरत है बदरीनाथ से आगे इस ट्रैक रूट पर फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की चेक पोस्ट स्थापित हो जहां सभी का परमिट और ट्रैकिंग गेयर चैक हो साथ ही प्लास्टिक गार्बेज को जांच भी यहां हर कैंप पर हो कूड़ा करने वालो पर भारी जुर्माना हो और रेस्क्यू टीम भी यहां 24 घंटे तैयार रहे तब ही इस तरह की घटना पर रोक लगेगी,ऐसे में कोई बड़ा हादसा होने पर फिर रेस्क्यू और बचाव अभियान में काफी दिक्कत होती है।
दरअसल कुछ दिन पहले पश्चिमी विक्षोभ के चलते पहाड़ी इलाकों में जबरदस्त बारिश ओर हिमपात होने से उच्च हिमालय छेत्र के ट्रैकिंग रूट बर्फ से लकदक हो गए थे, ऐसे में 16अक्तूबर के बाद खराब मौसम और बर्फबारी के बीच बद्रीनाथ से आगे अलकापुरी घाटी में स्थित उच्च हिमालय क्षेत्र सत्य पथ सतोपंथ सरोवर ट्रैकिंग अभियान में निकले 5 सदस्यीय पथारोही दल के तय समय पर वापस नही लौटने पर एसपी चमोली कार्यालय में ईमेल द्वारा दल के मिसिंग होने की सूचना दर्ज कराई गई और किसी बड़ी अनहोनी की आशंका को देखते हुए चमोली जिला पुलिस प्रशासन से सतोपंथ ट्रैक पर गए सभी 5 ट्रेकरों को खोजने और रेस्क्यू अभियान चलाने की मांग की गई इन ट्रेकरों के मित्र दीपक राणा की ओर से एसपी चमोली को भेजे गुमशुदगी की रिपोर्ट वाली सूचना बाबत मेल में ये जानकारी दी गई और बताया गया है कि दल में कुल 5 सदस्य थे जिनके नाम क्रमश भरत पुरी।
अंकित अग्रवाल, नवनीत उनियाल, देवाशीष डंगवाल,शुभम चमोली, है,वहीं खबर मिलते ही बदरीनाथ पुलिस एक्टिव हुई और बदरीनाथ पुलिस द्वारा सकुशल सतोपंथ ट्रैक से रेस्क्यू कर वापस बदरीनाथ ले आए हैं, ट्रेकरों ने स्वीकार किया कि खराब मौसम और रास्ता भटकने से वो मुसीबत में फंस गए थे बदरीनाथ पुलिस का बचाव दल देवदूत बनकर आया और उनकी जान बच सकी है, जानकारी के अनुसार फॉरेस्ट डिपार्टमेंट से इस दल द्वारा कोई ट्रैकिंग परमिट बनाने की सूचना नही है और नही लोकल टूर ऑपरेटर से संपर्क कर ये दल सतोपंथ ट्रैक पर निकला है,ऐसे में बिना परमिट और लोकल ऑपरेटर के सतोपंथ जैसे हाई एल्टीट्यूड ट्रैक पर अनुभवी गाइड के बिना और खराब मौसम में आगे बढ़ना जान जोखिम में डालना है।