ऊखीमठ : केदार घाटी सहित विभिन्न क्षेत्रों में हो रही मूसलाधार बारिश से जन – जीवन अस्त – व्यस्त हो गया है। ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहरी क्षेत्रों में हो रही मूसलाधार बारिश से मुख्य बाजारों की रौनक गायब हो गयी है। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से मन्दाकिनी सहित सहायक नदियों का जल स्तर उफान में आने के कारण नदी किनारे बसे गांवों के ग्रामीणों को भय सताने लगा है। गौरीकुण्ड – केदारनाथ पैदल मार्ग पर चीरबासा भैरव के निकट ऊपरी पहाड़ी से पत्थर गिरने का सिलसिला जारी रहने से तीर्थ यात्री जान – जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे है। ऊखीमठ – रासी मोटर मार्ग पर गुरूवार को पौण्डार के निकट चट्टान खिसकने से मोटर मार्ग पर लगभग नौ घण्टे यातायात बाधित रहा जबकि कुण्ड – चोपता नेशनल हाईवे पर जगह – जगह भूस्खलन होने से नेशनल हाईवे पर सफर करना खतरे से खाली नहीं है।
बता दें कि केदार घाटी सहित विभिन्न क्षेत्रों में लगातार मूसलाधार बारिश जारी है। मूसलाधार बारिश से मन्दाकिनी, सरस्वती, मधु गंगा , क्यूजागाड़, पिगलापाणी सहित सहायक नदियों व गाड़ – गदेरों का वेग उफान में आने के कारण ग्रामीणों में भय बना हुआ है। रुद्रप्रयाग – गौरीकुण्ड हाईवे पर फाटा से लेकर गौरीकुण्ड तक का भू-भाग कीचड़ में तब्दील होने से राहगीरों को जान हथेली पर रखकर सफर करना पड़ रहा है। गौरीकुण्ड – केदारनाथ पैदल मार्ग पर चीरबासा भैरव के निकट पहाड़ी के ऊपरी हिस्से से पत्थर गिरने का सिलसिला जारी रहने से तीर्थ यात्रियों को जान – जोखिम में डालकर आवाजाही करने पड़ रही है। मदमहेश्वर घाटी विकास मंच के अध्यक्ष मदन भटट् ने बताया कि पीएमजीएसवाई के ऊखीमठ – रासी मोटर मार्ग पर पौण्डार के निकट गुरूवार सुबह चट्टान खिसकने से मोटर मार्ग पर लगभग नौ घण्टे यातायात बाधित रहा जिस कारण मोटर मार्ग के दोनों तरफ दर्जनों वाहन फंसे रहे तथा राहगीरों को मंजिल तक पहुंचने के लिए घण्टों इन्तजार करना पड़ा। प्रधान रासी कुन्ती नेगी ने बताया कि पीएमजीएसवाई की लापरवाही से ऊखीमठ – रासी मोटर मार्ग जगह – जगह गढ़ों में तब्दील होने से ग्रामीणों को हिचकोले खाकर सफर करना पड़ रहा है। व्यापार के पूर्व अध्यक्ष आनन्द सिंह रावत ने बताया कि क्षेत्रों में हो रही मूसलाधार बारिश से मुख्य बाजारों की रौनक गायब हो गयी है। प्रधान पठाली गुड्डी देवी ने बताया कि लोक निर्माण विभाग के निर्माणाधीन तोडीडाली – काकडागाड मोटर पर भूस्खलन होने से चार मकाने खतरे की जद में आ गयी है। प्रधान संगठन के मीडिया प्रभारी योगेन्द्र नेगी ने बताया कि कुण्ड – चोपता नेशनल हाईवे पर कई स्थानों पर भूस्खलन होने तथा ऊपरी पहाड़ी से पत्थर गिरने से नेशनल हाईवे पर सफर करना जोखिम भरा है।