ऊखीमठ। शरादीय नवरात्र के प्रथम दिन सिद्धपीठ कालीमठ सहित भगवती दुर्गा के सभी शक्ति पुंजों में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने पूजा – अर्चना कर पुण्य अर्जित किया। सभी शक्ति पुंजों में भगवती दुर्गा के शैलपुत्री स्वरूप की पूजा की गई। धार्मिक भजनों की शानदार प्रस्तुति व वैदिक मंत्रोच्चारण से भगवती दुर्गा के सभी शक्ति पुंजों का वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। वेदपाठी रमेश चन्द भटट् ने बताया कि शरादीय नवरात्रों में सिद्धपीठ कालीमठ में पूजा अर्चना का विशेष फल प्राप्त होता है। आचार्य सुरेशा नन्द गौड़ ने बताया कि सिद्धपीठ कालीमठ तीर्थ सरस्वती नदी के किनारे बसा हुआ है इसलिए भगवती की पूजा अर्चना से पूर्व सरस्वती नदी में स्नान कि विधान है। दिनेश चन्द्र गौड़ ने बताया कि सिद्धपीठ कालीमठ में पूजा – अर्चना करने से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है। विपिन भटट्, सतीश गौड़, शुभम भटट्, सजय भटट् ने कहा कि शरादीय नवरात्रों भगवती दुर्गा के शक्ति पुंजों में पूजा – अर्चना करने से मनौवाछित फल की प्राप्ति होती है।
कालीमठ मन्दिर के प्रबन्धक प्रकाश पुरोहित ने बताया कि शरादीय नवरात्रों के प्रथम दिन सैकड़ों श्रद्धालुओं के साथ केदारनाथ विधायक मनोज रावत, पूर्व विधायक आशा नौटियाल, पूर्व जिला पंचायत सदस्य चण्डी प्रसाद भटट्, जिला पंचायत सदस्य कुलदीप कण्डारी पूर्व जिला पंचायत सदस्य बिन्दु राणा, क्षेत्र पंचायत सदस्य सोमेश्वरी भटट् ने भी पूजा अर्चना किया! मठापति अब्बल सिंह राणा ने बताया कि जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमन्त तिवारी, नवीन दुमागा , मोहन बिष्ट, कनिष्ठ प्रमुख शैलेन्द्र कोटवाल दिनेश पुरोहित, जिला प्ंचायत सदस्य सुमन नेगी, विनोद राणा, गणेश तिवारी थानाध्यक्ष गुप्तकाशी अजय जाटव, अवतार नेगी, मनीश नेगी के सहयोग से सिद्धपीठ कालीमठ के मुख्य मन्दिर सहित सहायक मन्दिरों को कई कुन्तल फूलों से सजाया गया है! उन्होंने बताया की शरादीय नवरात्रों के पहले दिन महिला मंगल दल अध्यक्ष बेडूला बबली देवी के नेतृत्व में महिलाओं ने धार्मिक भजनों की प्रस्तुति से भगवती दुर्गा व मां काली की महिला का गुणगान किया।