लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : द्वापर युग में शोणितपुर नगरी के नाम से विश्व विख्यात लमगौण्डी के ग्रामीणों की अराध्य देवी भगवती राज राजेश्वरी एवं वाणासुर महाराज की 26 वर्षों बाद आयोजित 17 दिवसीय दिवारा ने केदार पुरी का भ्रमण कर तीर्थ पुरोहित समाज, केदार सभा, व्यापार संघ सहित देश – विदेश के श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। भगवती राज राजेश्वरी एवं वाणासुर महाराज की दिवारा यात्रा के केदार पुरी भ्रमण के दौरान केदार सभा, तीर्थ पुरोहित समाज, बदरी – केदार मन्दिर समिति, स्थानीय व्यापारियों, पंजाब सिन्ध हाउस व विभिन्न राज्यों के श्रद्धालुओं द्वारा पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया गया तथा भगवती राज राजेश्वरी एवं वाणासुर महाराज सहित अनेक देवी – देवताओं के निशानों को लाल – पीले वस्त्र अर्पित कर विश्व समृद्धि व क्षेत्र के खुशहाली की कामना की।
दिवारा यात्रा के केदार पुरी भ्रमण करने से विद्वान आचार्यों की वेद ऋचाओं, सैकड़ों भक्तों की जयकारों , स्थानीय वाद्ययंत्रों की मधुर धुनों से केदार पुरी का वातावरण भक्तिमय बना हुआ है तथा केदार पुरी में देव डोलियों व सैकड़ों भक्तों के भ्रमण करने से ऐसा आभास हो रहा है कि सम्पूर्ण देव लोक केदार पुरी में उतर आया हो। बाबा केदारनाथ के दर्शन करने पहुंचे देश – विदेश के श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन करने के साथ ही भगवती राज राजेश्वरी एवं वाणासुर महाराज के दर्शन करने से अपने को धन्य महसूस कर रहे हैं। शुक्रवार को दिवारा यात्रा केदार पुरी से रवाना होकर विभिन्न यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हुए रात्रि प्रवास के लिए सिद्धपीठ कालीमठ पहुंचेगी। गुरूवार को ब्रह्म बेला पर विद्वान आचार्यों ने पंचाग पूजन के तहत अनेक पूजायें सम्पन्न की तथा तैतीस कोटि देवी – देवताओं के साथ बाबा केदार, भगवती राज राजेश्वरी एवं वाणासुर महाराज का आवाह्न कर आरती उतारी। ठीक दस बजे दिवारा यात्रा केदार पुरी भ्रमण के लिए रवाना हुई तथा केदार पुरी का भ्रमण कर भक्तों की कुशलक्षेम पूछकर आशीर्वाद दिया। दिवारा यात्रा समिति अध्यक्ष पुष्पेन्द्र प्रकाश शुक्ला ने बताया भगवती राज राजेश्वरी एवं वाणासुर महाराज की दिवारा यात्रा 2 सितम्बर को सिद्धपीठ कालीमठ से विदा होकर रात्रि प्रवास के लिए बद्रीकाश्राम पहुंचेगी। उन्होंने बताया कि दिवारा यात्रा 4 सितम्बर को रात्रि प्रवास के लिए विश्वनाथ नगरी गुप्तकाशी पहुंचेगी तथा 5 सितम्बर को भगवती राज राजेश्वरी एवं वाणासुर महाराज की दिवारा यात्रा अपने तप स्थली लमगौण्डी पहुंचेगी तथा 6 सितम्बर को हवन व विशाल भण्डारे के साथ दिवारा यात्रा का समापन होगा। इस मौके पर पूर्व राज्य मंत्री दिनेश बगवाडी, दिवारा यात्रा समिति संरक्षक सुरेन्द्र शर्मा, व्यवस्थापक सुधीर पोस्ती, सचिव सुरेश बगवाडी, उपाध्यक्ष अजय जुगरान, कोषाध्यक्ष नरेन्द्र शर्मा, सह कोषाध्यक्ष प्रदीप तिनसोला,मीडिया प्रभारी सुबोध बगवाडी, प्रधान अखिलेश सजवाण, क्षेपस दुर्गेश वाजपेयी, केदार सभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, पण्डित बच्ची राम सेमवाल, सचिदानंद सेमवाल,महेन्द्र पुरोहित, देवेन्द्र पोस्ती,जगदीश बगवाडी, कृष्णा जुगरान, पवन पोस्ती, मनोज बगवाडी, आशीष अवस्थी, शिव प्रसाद शुक्ला, डा0 जगदीश बाजपेयी, शंकर प्रसाद अवस्थी, किशन अवस्थी, प्रेम प्रकाश जुगरान, विजेन्द्र शर्मा ,अरूण मौर्य, राकेश तिनसोला, दिर्घायु अवस्थी, ईश्वर चन्द्र अवस्थी, दर्शन सजवाण, गोपाल शुक्ला, मनीष बगवाडी, विष्णु ऋषि अवस्थी, संजय पोस्ती, दिलीप तिनसोला, शम्भू वाजपेयी, दीपक जुगरान, विष्णु वाजपेयी, विकास तिनसोला, आगम वाजपेयी, अभिषेक वाजपेयी, राजेन्द्र शर्मा, कार्तिकेय पोस्ती, योगेन्द्र वाजपेयी, नीरज मौर्य, राजेश पोस्ती , अरूण अवस्थी, महेश बगवाडी, संजय सजवाण, चुन्नी लाल शर्मा सहित दिवारा यात्रा समिति पदाधिकारी, सदस्य, तीर्थ पुरोहित समाज व देश – विदेश के सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे।