ऊखीमठ : पंच केदारों में तृतीय केदार के नाम से विश्व विख्यात भगवान तुंगनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल मर्कटेश्वर तीर्थ मक्कूमठ में श्री बदरीनाथ केदारनाथ मन्दिर समिति व ग्राम पंचायत मक्कूमठ तथा पावजगपुडा़ के सयुक्त तत्वावधान में 18 वर्षों बाद आयोजित महायज्ञ का शुभारम्भ गणेशादि पंचाग पूजन व हरिद्रादि सर्वारम्भ के साथ हो गया है। बुधवार को पूजापाठ सरलीकरण की परम्परायें सम्पन्न की जायेगी तथा गुरूवार को युगों से चली आ रही पौराणिक परम्पराओं के तहत कुण्ड खातिक किया जायेगा तथा 22 अप्रैल से महायज्ञ का विधिवत शुभारम्भ किया जायेगा। 11 दिवसीय महायज्ञ में प्रतिदिन विद्वान आचार्यों द्वारा हवन कुंड में अनेक प्रकार की आहूतियां डालकर विश्व शान्ति व कल्याण
की कामना की जायेगी। महायज्ञ में 1 मई को भव्य जल कलश यात्रा के साथ 2 मई को पूर्णाहुति के साथ महायज्ञ का समापन होगा। भगवान तुंगनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल में 18 वर्षों बाद आयोजित महायज्ञ के आयोजन से तुंगनाथ घाटी का वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। महायज्ञ के सफल संचालन के लिए मन्दिर समिति द्वारा आय – व्यय समिति का गठन कर विभिन्न पदाधिकारियों व अधिकारियों को जिम्मेदारी सौपी गयी है तथा महायज्ञ में कई दानियों ने भी सहयोग कर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किये है। महायज्ञ में प्रतिभाग करने के लिए धियाणियो व प्रवासियों के तुंगनाथ घाटी की ओर रूख करने से गाँव की चौपालो में रौनक लौटने लगी है। मंगलवार को भगवान तुंगनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल मर्कटेश्वर तीर्थ मक्कूमठ में आचार्य लम्बोदर प्रसाद मैठाणी व मठापति राम प्रसाद मैठाणी के नेतृत्व में विद्वान आचार्यों द्वारा पंचाग पूजन के तहत अनेक पूजाये सम्पन्न कर भगवान तुंगनाथ सहित तैतीस कोटि – देवताओं का आवाहन किया गया तथा हरिद्रादि सर्वारम्भ सम्पन्न कर महायज्ञ का श्रीगणेश किया गया! हरिद्रादि सर्वारम्भ में विद्वान आचार्यों के वैदिक मंत्रोच्चारण मक्कूमठ का वातावरण गुजायमान हो उठा। हरिद्रादि सर्वारम्भ अवसर पर प्रधान सारी मनोरमा देवी के नेतृत्व में ग्रामीणों के 16 सदस्यीय दल ने परम्परानुसार अपने सहभागिता दी! जानकारी देते हुए मन्दिर समिति अध्यक्ष अजेन्द्र अजय ने बताया कि महायज्ञ की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है तथा महायज्ञ के आयोजन को लेकर मन्दिर समिति व ग्रामीणों में भारी उत्साह बना हुआ है! दिवरा यात्रा समिति अध्यक्ष भूपेंद्र मैठाणी ने बताया कि 11 दिवसीय महायज्ञ में महाशिवपुराण कथा का आयोजन भी किया जा रहा है तथा आचार्य लम्बोदर मैठाणी के मुखारविंद से भक्त शिव महापुराण कथा का श्रवण कर सकते है! उन्होंने बताया कि 11 दिवसीय महायज्ञ में दशकों से चली आ रही परम्परा के अनुसार मक्कूमठ, सिरवा, किमोठा, टिमरिया, देवशाल, सेमार, धरसाल,उथिण्ड, ऊखीमठ, रोडू, क्यार्क, रवि ग्राम, कोटमा, थाला, अखोडी, सलना, ब्यूग, अन्द्रवाणी, गुगली सरणा बीरों सहित विभिन्न गांवों के विद्वान आचार्यों द्वारा अपना सहयोग देने की परम्परा है जबकि महायज्ञ में चारों दिशाओं से घी की आहूति मक्कूमठ, कैल, जबांजी, मन्दिर समिति व खदेड़ पट्टी के ग्रामीण द्वारा देने की परम्परा है। महायज्ञ प्रभारी प्रकाश पुरोहित ने बताया कि महायज्ञ के सफल आयोजन में मक्कूमठ निवासी भूपेन्द्र मैठाणी, गाजियाबाद निवासी योगी कौशिक राज, मेरठ निवासी राजीव अग्रवाल व श्री केदारनाथ दास सेवा मण्डल अगस्तयमुनि द्वारा सहित आम जनमानस द्वारा अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किये जा रहे है! प्रबन्धक बलवीर सिंह नेगी ने बताया कि महायज्ञ के सफल संचालन के लिए मन्दिर समिति द्वारा आय – व्यय समिति का गठन करते हुए मन्दिर समिति सदस्य श्री निवास पोस्ती, भास्कर डिमरी, राजकुमार नौटियाल, आर सी तिवारी व यदुवीर पुष्वाण, प्रकाश पुरोहित को शामिल किया गया है। मन्दिर समिति उपाध्यक्ष किशोर पंवार, सदस्य आशुतोष डिमरी, कृपाराम सेमवाल, जय प्रकाश उनियाल, बीरेन्द्र असवाल, नन्दा देवी, रणजीत सिंह राणा, महेन्द्र शर्मा, पुष्कर जोशी, राजपाल सिंह जडधारी, गूठ पदान प्रकाश चन्द्र मैठाणी, पंच पुरोहित अध्यक्ष रिवाधर मैठाणी, जिला पंचायत सदस्य रीना बिष्ट,प्रधान मक्कू विजयपाल नेगी,पावजगपुडा़ अरविन्द नेगी, क्षेत्र पंचायत सदस्य जयवीर सिंह नेगी, सुनीता देवी,मुख्य कार्यधिकारी वी डी सिंह, भण्डारी जीतपाल सिंह ने आम जनमानस से 11 दिवसीय महायज्ञ में सहभागिता का आवाहन किया है।