ऊखीमठ : द्वादश ज्योत्रिलिंगो में अग्रणी व पर्वतराज हिमालय की गोद में बसे भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली अपने शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर से कैलाश के लिए रवाना हो गयी है। भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश रवाना होने पर विद्धान आचार्यों के वेद ऋचाओं, भक्तों की जयकारों, महिलाओं के धार्मिक भजनों, आर्मी व स्थानीय वाध्य यंत्रों की मधुर धुनों से क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय बना रहा। विगत दो वर्षों से कोरोना संक्रमण की वजह से लगे लॉकडाउन के कारण इस बार भक्तों में भारी उत्साह देखा गया। भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश रवाना होने पर शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर को अनेक प्रजाति के पुष्पों से भव्य रूप से सजाया गया था तथा अनेक भक्तों द्वारा विशाल भण्डारे का आयोजन किया गया है। देर सांय भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली प्रथम रात्रि प्रवास के लिए विश्वनाथ मन्दिर गुप्तकाशी पहुंच गयी है तथा विभिन्न यात्रा पडावो पर भक्तों को आशीष देते हुए 5 मई को केदारनाथ धाम पहुंचेगी तथा 6 मई को प्रातः 6 बजकर 25 मिनट पर भगवान केदारनाथ के कपाट ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये जायेगें। सोमवार को भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में ब्रह्मा बेला पर विद्धान आचार्यों ने पंचाग पूजन के तहत अनेक पूजाये समपन्न कर भगवान केदारनाथ का आवाहन कर विश्व शान्ति व समृद्धि की कामना की। ठीक आठ बजे भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली का विशेष श्रृंगार किया गया तथा ब्राह्मणों ने वैदिक मंत्रोच्चारण से आगामी 6 मई से शुरू होने वाली केदारनाथ यात्रा के निर्विघ्नं सम्पन्न होने की कामना की। रावल भीमाशंकर लिंग ने केदारनाथ धाम के प्रधान पुजारी टी गंगाधर लिंग को पगड़ी व अचकन पहनाकर छ: माह केदारनाथ धाम में विधि – विधान से पूजा – अर्चना तथा प्रवास करने का संकल्प दिया। निर्धारित समय पर भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर से कैलाश के लिए रवाना हुई तो श्रद्धालुओं की जयकारों से क्षेत्र का वातावरण गुजायमान हो उठा, तथा सैकड़ों भक्त आर्मी की बैण्ड धुनों पर नृत्य करने लगे। भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश रवाना होने के पावन अवसर पर पुष्प समिति ऋषिकेश के द्वारा ओकारेश्वर मन्दिर को कई कुन्तल फूलों से सुसज्जित किया गया तथा कई भक्तों द्वारा भण्डारे का आयोजन किया गया ! इस मौके पर केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत, मन्दिर समिति उपाध्यक्ष किशोर पंवार, सदस्य श्रीनिवास पोस्ती, दिल्ली हाई कोर्ट अधिवक्ता संजय शर्मा दरमोडा, आनन्द सिंह रावत, रघुवीर पुष्वाण, सन्दीप पुष्वाण, प्रमोद धर्म्वाण, शिव सिंह रावत, बसन्ती रावत, बिक्रम सिंह नेगी, पूर्व प्रमुख लक्ष्मी प्रसाद भटट्, प्रभारी कार्यधिकारी आर सी तिवारी, राजकुमार नौटियाल, यदुवीर पुष्वाण, डा0 केदार लिंग, राजशेखर लिंग, शिव शंकर लिंग, बागेश लिंग, शिव लिंग, बीना बिष्ट, बृजमोहन नेगी, माधुरी नेगी, हरिहर रावत, उमेश चन्द्र काण्डपाल, वी पी भटट्, जगत सिंह पंवार, दर्शनी पंवार, प्रदीप राणा, नागेन्द्र राणा, एस डी एम जितेन्द्र वर्मा, तहसीलदार दीवान सिंह राणा, मृणाल बेजवाल, संजय बडथ्वाल , सुधाशू चमोली , राजकुमार तिवारी सहित हजारों श्रद्धालु व 11 मराठा रेजिमेंट की 17 सदस्यीय बैण्ड पार्टी मौजूद रहे।