बदरीनाथ : वाइब्रेंट विलेज एडवेंचर ट्रॉफी 2024 का आगाज, रूस और यूक्रेन के MBT प्रतिभागियों के जय बदरी विशाल के उद्घोष से गूंजी बदरी पुरी
संजय कुंवर
बदरीनाथ : भू -बैकुंठ नगरी श्री बदरीनाथ धाम से हुआ वाइब्रेंट विलेज एडवेंचर ट्राफी-2024 का आगाज, रूस,यूक्रेन सहित स्थानीय एडवेंचर टूरिज्म प्रेमी कर रहे प्रतिभाग। इस मोटर बाईक रैली की खास बाद ये भी है की इसमें करीब 16 विदेशी प्रतिभागी भी हैं जो रूस और यूक्रेन देश से हैं। इस अभियान की शुरुआत बदरीनाथ धाम के सिंहद्वार के परिसर के बाहर रूस और यूक्रेन से आए प्रतिभागियों द्वारा बड़े जोश – खरोश के साथ भगवान श्री बदरी विशाल जी की जयकारे लगाने के बाद शुरू हुई। सांस्कृतिक साहसिक वाइब्रेंट विलेज टूरिज्म के इस नए कॉन्सेप्ट के जरिए जहां इन सीमांत नीति माणा घाटी के ऋतु प्रवासी गांवों में पर्यटन के नए आयाम जुड़ेंगे वहीं बदरीनाथ धाम से एक सुखद सकारात्मक संदेश अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी जायेगा।
स्की माउंटेनियरिंग एसोसिएशन उत्तराखंड के तत्वाधान में तीन दिवसीय इस वाइब्रेट विलेज साहसिक पर्यटन अभियान रैली में सीमांत के बोर्डर से सटे ऋतु प्रवासी गांवों को जानने, समझने और पलायन रोकने के उद्देश्य से वाइब्रेंट विलेज एडवेंचर ट्रॉफी का आज देश के चार प्रसिद्ध धामों में से एक श्री बदरीनाथ धाम से आज शुरुआत हो गयी है। जो कल ज्योतिर्मठ से ये रैली सीमांत धौली गंगा की तपोवन घाटी, मलारी, गमशाली, टिम्मरसैण महादेव होते हुए देश के पहले बोर्डर विलेज नीती के लिए प्रस्थान करेगी और कल ही रैली जोशीमठ के लिए वापसी करेगी। वहीं कल प्रातः इस एडवेंचर रैली को उपजिलाधिकारी जोशीमठ द्वारा फ्लैग ऑफ किया जायेगा। वाइब्रेंट विलेज एडवेंचर ट्राफी का मुख्य उद्देश्य भारत सरकार के सीमांत गांवों को लेकर वाइब्रेंट विलेज योजना को जमीन पर उतरना है। ज्योतिर्मठ प्रखंड के नीती, मलारी, माणा के दर्जनों गांव इस योजना के अंतर्गत चिन्हित है।इन गांवों की विशिष्ट भौगोलिक परिस्थिति, पारंपरिक संस्कृति, कृषि, रहन-सहन, खानपान, पहाड़ी भोजन, स्थानीय त्योहार समेत अनेक विशेषताओं को जानना इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है। सीमांत गांवों के 100 से अधिक प्रतिभागी और रूस, यूक्रेन के 16 से अधिक प्रतिभागी इस प्रथम वाइब्रेंट विलेज एडवेंचर ट्रॉफी 2024 में प्रतिभाग कर रहे है।स्की माउंटेनियरिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय भट्ट का कहना है कि प्रथम वाइब्रेंट विलेज एडवेंचर ट्रॉफी-2024 का मुख्य उद्देश्य सीमांत गांवों को जानने, समझने और इन गांवों की विशिष्टताओं करीब से देखने का ये विशेष अवसर है। इसके अलावा सरकार के वाइब्रेंट विलेज योजना को जमीन पर उतारने का भी ये एक प्रयास है।