संजय कुंवर
जोशीमठ : मौसम के अनुकूल बारिश एवं बर्फबारी न होने से बदरीनाथ धाम में तापमान शून्य से नीचे गिर गया है, ऋषि गंगा का पानी भी जमने लगा है, सीमांत में जबरदस्त शीतलहर से कड़ाके की ठंड बड गई है। काश्तकारों की रबी की फसल और बागवानी चौपट होने से काश्तकारों में मायूसी बनी है।
गढ़वाल हिमालय के उच्च हिमालई क्षेत्र सहित भू-बैकुंठ नगरी श्री बदरीनाथ धाम में इन दिनों तापमान शून्य से नीचे चले जाने का असर साफ नजर आ रहा है। बर्फबारी नहीं होने के बावजूद यहां ठंड शीतलहर के साथ तापमान में भारी गिरावट आ गई है। आजकल धाम के आसपास के झरने नाले और प्राकृतिक जल श्रोत जम चुके हैं। यहां सुबह से शाम तक तापमान माइनस से नीचे चला जा रहा है, बदरी पुरी में नील कंठ क्षेत्र से बहने वाली ऋषि गंगा पर भी ठंड और सर्दी का असर साफ नजर आ रहा है। ऋषि गंगा भी जम चुकी है,बामणी व पांडुकेश्वर गांव के स्थानीय निवासी राम नारायण भंडारी ने बताया कि बदरी पुरी में जबरदस्त ठंड की वजह से नदी नाले जम रहे है, ऋषि गंगा भी आधा जम चुकी है, बर्फ बारी नही होने से क्षेत्र में जबरदस्त शीतलहर और ठिठुरन बढ़ी हुई है। और सीमांत के काश्तकारों की रबी की फसल एवं बागवानी चौपट हो गई है, जिससे किसानों में मायूसी बनी है।