देश में आजादी का अमृत महोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है। साथ ही अनेक कार्यक्रम भी आयोजित हो रहे हैं। अमृत महोत्सव और हरेला पर्व पर देश में संघन वृक्षारोपण भी किया जा रहा है। इतना ही नहीं इस वर्ष 15 अगस्त पर घर – घर में तिरंगा फहराने का कार्यक्रम भी जोरों से चल रहा है। वहीं आजादी के सात दशक बाद भी चमोली जिले के कही गांव आज भी मूलभूत सुविधाओं से महरूम हैं। यहां आज भी सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, दूरसंचार की सुविधाएं नहीं हैं। जिससे ग्रामीणों को छोटी सी भी समस्याओं के लिए भी कही किमी पैदल सफर करना पड़ता है।
जोशीमठ ब्लाक के दूरस्थ गांव डुमक – कलगोठ के ग्रामीण आज भी सड़क, स्वास्थ्य के साथ ही दूरसंचार की सुविधाओं से वंचित हैं। यहां के ग्रामीणों को लगभग 20 किमी पैदल चलकर मूलभूत सुविधाओं को पीठ में लादकर गांव तक पहुंचाना पड़ रहा है। लोगों को सबसे अधिक परेशानी तब होती है जब गांव में कोई व्यक्ति बीमार हो जाता है तो उसको अस्पताल पहुंचाने के लिए डंडी – कंडी या पालकी का सहारा लेना पड़ता है। कही बार प्रसव पीड़ा में भी डिलीवरी के लिए पालकी में बैठाकर महिला को चिकित्सालय तक पहुंचाया जाता है। ऐसे में कही बार समय पर अस्पताल न पहुंचने पर कही लोग रास्ते में ही दम तोड देते हैं! बावजूद सरकारों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। क्षेत्र के लोगों ने तीन दशक से सड़क का जो सपना देखा था वो आज भी सपना ही बना हुआ है। सड़क के लिए लोगों ने आंदोलन तक किए। सरकार ने आधा – अधूरा सड़क कटिंग किया गया जिसका लाभ अभी तक लोगों को नहीं मिल पाया है। वहीं संचार माध्यम भी अभी तक दुरस्थ नहीं होने से लोगों को फोन के लिए घर से दूर जाकर नेटवर्क ढूंढना पड़ता है। अब कलगोठ उछौंग्वाड में जीयो का टावर लगाया जा रहा। जिससे 15 अगस्त तक क्षेत्र के आधा दर्जन गांव डुमक,कलगोठ, उछौंग्वाड, पोखनी व स्यूंण के साथ ही चतुर्थ केदार रूद्रनाथ को भी इसका लाभ मिलेगा। डुमक – कलगोठ के समाजिक कार्यकर्ता सहदेव सिंह ने बताया कि जीयो का टावर लगने से क्षेत्र के लोगों के साथ ही चतुर्थ केदार रूदनाथ में आने वाले तीर्थ यात्रियों को भी इसका लाभ मिलेगा। स्यूंण के समाजिक कार्यकर्ता अरूण राणा ने बताया कि गांव में नेटवर्क बराबर न आने से लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है। घर के बाहर ऊंचे स्थान पर नेटवर्क ढूंढना पड़ता है। जीयो का टावर लगने से लोगों को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त तक जीयो नेटवर्क शुरू हो जाएगा। इसकी जानकारी जीयो के उच्चाधिकारियों से पता चला है।