औली में बर्फ से सूखे स्की स्लोप, अब आईस स्केटिंग रिंग पर सबकी उम्मीदें, छतरा कुण्ड में एक दिवसीय आईस स्केटिंग जागरूकता शिविर संपन्न
संजय कुंवर
हिमक्रीडा स्थली औली में अब आईस स्केटिंग की दस्तक,ओपन एयर आईस स्केटिंग रिंग और अंब्रेला लेक बन सकते बेस्ट इंडोर आईस स्केटिंग डेस्टिनेशन।
बर्फबारी बिन सूने पड़े विंटर डेस्टिनेशन औली से एडवेंचर स्पोर्ट्स के शौकीनों के लिए एक अच्छी खबर है।
शीतकालीन पर्यटन स्थली औली में स्नो स्कीइंग के बाद अब आईस स्केटिंग एडवेंचर स्पोर्ट्स ने दी दस्तक। पहली बार औली में आईस स्केटिंग खेल को प्रमोट करने की जागरूक पहल शुरू।
औली गोरसों के मध्य सघन वन में बेहद खूबसूरत लोकेशन में स्थित प्राकृतिक छतरा कुण्ड बना आईस स्केटिंग आकर्षण का केंद्र, सरकार एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ाने के लिए औली में ओपन एयर आईस स्केटिंग रिंग को जल्द एक्टिव मोड़ पर लाने के साथ गोरसों बुग्याल के समीप इस खूबसूरत छतरा कुण्ड को आईस स्केटिंग खेल के ट्रेनिग कैम्प के लिए विकसित करने को तैयार हो जाती है तो वो दिन दूर नही जब हिम क्रीडा स्थली औली स्नो स्कीइंग इवेंट्स के साथ – साथ आईस स्केटिंग जैसे इंडोर विंटर स्पोर्ट्स की मेजबानी कर सकेगी।
औली और गोरसों में आईस स्केटिंग खेल के लिए बेहतर प्लेटफार्म की तलाश हेतु छतरा कुण्ड और औली ओपन एयर आईस स्केटिंग रिंग का जायजा लेने पहुंचे आईस स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के अध्यक्ष शिव पैन्यूली ने जानकारी देते हुए बताया की औली में ओपन आईस स्केटिंग रिंग इस खेल हेतु अभी पूरी तरह तैयार नही होने के कारण हमे फिलहाल यहां के बच्चों और युवाओं को आईस स्केटिंग खेल में आगे लाने के लिए ट्रेनिंग कैम्प चलाने को बेहतर रूप में जमी आईस से लबालब प्राकृतिक रिंग की तलाश थी। शीतकाल में गोरसों बुग्याल के समीप जमी अंब्रेला लेक बन सकती है आईस स्केटिंग खेल के बेसिक प्रशिक्षण केंद्र। लेकिन अभी इस लेक में सिर्फ एक्सपर्ट स्केटर ही सेफ्टी मानकों के साथ आईस स्केटिंग कर सकते हैं,अगर प्रदेश सरकार जल्द औली ओपन आईस स्केटिंग रिंग और इस लेक को साहसिक पर्यटन के लिहाज से आईस स्केटिंग खेल के लिए युद्ध स्तर पर विकसित करती है तो हम अपने डिस्ट्रिक आईस स्केटिंग एसोसिएशन चमोली को जल्द यहां बेसिक प्रशिक्षण शिविर शुरू करवाने के साथ राज्य स्तर की आईस स्केटिंग खेल प्रतियोगिता शुरू करवाने के लिए तैयार हैं।
जरूरत है तो इस खेल के लिए जरूरी इंफ्रा स्ट्रैकचर जुटाने की प्रदेश सरकार पर्यटन विभाग और वन विभाग से बेहतर सहयोग और सुविधाएं मिले तो आने वाले समय में अंब्रेला लेक में आईस स्केटिंग खेल पर्यटकों और स्थानीय आईस स्केटरों के लिए आकर्षण का केंद्र बन सकता है,आईस स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के ठोस प्रयासों से जल्द औली में ले सकेंगे पर्यटक और स्थानीय स्केटर आईस स्केटिंग खेल का लुफ्त,प्रदेश सरकार से जल्द औली ओपन एयर आईस स्केटिंग रिंग को दुरस्त करने मांग को लेकर सीएम धामी से मिलेगी आईस स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड और जिला आईस स्केटिंग एसोसिएशन चमोली की एक्सपर्ट टीम, विंटर डेस्टिनेशन औली में आईस स्केटिंग खेल को बढ़ावा देने और उत्तराखंड के सीमांत छेत्र जोशीमठ में आईस स्केटिंग खेल के एथलीटों को तैयार करने के उद्देश्य से औली गोरसों के मध्य छत्रा कुंड में आईस स्केटिंग जागरूकता हेतु लगाया गया बेसिक प्रशिक्षण शिविर,औली ओपन एयर आईस स्केटिंग रिंग के खेल हेतु तैयार नही होने के चलते अंब्रेला लेक गोरसों में लगाया गया बेसिक आईस स्केटिंग कैम्प, जिला आईस स्केटिंग एसोसिएशन चमोली द्वारा स्टेट आईस स्केटिंग एसोसिएशन के दिशा निर्देशन में समूद्र तल से करीब 12 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित ओक कोनिफर और पाइन फॉरेस्ट के मध्य स्थित खूबसूरत अंब्रेला लेक में शुरू किया आईस स्केटिंग बेसिक जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम। स्थानीय बच्चों,युवाओं, और पर्यटकों ने बढ़ – चढ़कर लिया इस आईस स्केटिंग स्पोर्ट्स जागरूकता अभियान में भाग. उत्तराखंड की जानी मानी विमेंस नेशनल स्केटर और इंटरनेशनल आईस स्केटिंग खेल की तकनीकी जज निष्ठा पैन्यूली ने किए अपने अनुभव साझा, सिखाए आईस स्केटिंग के गुर, अंब्रेला लेक में विभिन्न आईस स्केटिंग की मुद्राओं के साथ प्रदर्शन करते हुए प्रशिक्षु आईस स्केटरों को दिए बेसिक टिप्स, इस आईस स्केटिंग खेल जागरूकता शिविर में करीब 50 प्रतिभागियों ने भाग लिया सीखें आईस स्केटिंग खेल के बेसिक टिप्स, 8 साल के स्थानीय प्रशिक्षु स्केटर देवांश भट्ट से लेकर 62 वर्ष की महिला पर्यटक वर्षा देवी रही इस अंब्रेला लेक आईस स्केटिंग जागरूकता शिविर की मुख्य आकर्षण, जोशीमठ के साहसिक पर्यटन कारोबारी,स्कीइंग एथलीटों,स्कूली विद्यार्थियों, के साथ साथ औली गोरसों घूमने आए पर्यटकों ने भी इस साहसिक पर्यटन प्रशिक्षण जागरूकता कैंप में बढ़ चढ़कर लिया हिस्सा, उत्तराखंड के विंटर डेस्टिनेशन औली गोरसों की अंब्रेला लेक में छेत्र में आईस स्केटिंग जैसे एडवेंचर स्पोर्ट्स के प्रति बच्चों और युवाओं में जागरूकता लाने और औली को आईस स्केटिंग स्पोर्ट्स हब बनाने के उद्देश्य को लेकर हुआ यह आयोजन,बोले उत्तराखंड राज्य आईस स्केटिंग एसोसिएशन के एक्सपर्ट अगर सरकार औली में आईस स्केटिंग खेल को बढ़ावा देने को लेकर हो संजीदा और ओपन आईस स्केटिंग रिंग को जल्द खेल। के लिए करे तैयार तो आईस स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया के तत्वाधान में जल्द औली के इस नए आईस स्केटिंग खेल मैदान में राष्ट्रीय स्तर के इवेंट्स कराने के लिए प्रतिबद्ध है एसोसिएशन, जिसके लिए बकायदा चमोली आईस स्केटिंग एसोसिएशन को बेसिक प्रशिक्षण की जिम्मेदारियां सौंपी गई है ताकि समय पर प्रदेश के लिए मजबूत आईस स्केटिंग टीम तैयार हो सके,,,,,,
दरअसल बर्फ बिन बेजार हुई नन्दादेवी इंटरनेशनल स्की स्लोप की सूखी ढलानों से टूटा उत्तराखंड के स्कीइरों का मोह।वर्ष 2011 में तत्कालीन राज्य सरकार ने सैफ गेम्स के दौरान औली को विश्व स्तर पर पहचान देने के लिए भरसक प्रयास करने का ऐलान किया था, लेकिन सैफ विंटर गेम्स निपटने के बाद औली और यहां लगे करोड़ो के लागत से एडवेंचर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने हेतु लगे उपकरण और इंफ्रा स्ट्रैकचर सहित ओपन एयर आईस स्केटिंग रिंग की सुध तक नहीं ली गई। जिसके चलते बर्फ की कमी से कई बार नेशनल लेबल के अल्पाइन स्कीइंग इवेंट्स और इंटरनेशनल स्की इवेंट्स स्थगित हो गए और न अबतक पर्यटक और स्थानीय युवा आईस स्केटिंग का लुफ्त उठा सके।
आईस स्केटिंग एसोसिएशन चमोली के महा सचिव संतोष सिंह कहते है कि राज्य आईस स्केटिंग संघ उत्तराखंड की जागरूक पहल के बाद औली में आईस स्केटिंग खेल की संभावना बड़ने लगी है,हालांकि प्रदेश सरकार की निर्भरता पर ही आईस स्केटिंग खेल का आगे का भविष्य टिका हुआ है,
औली में आइस स्केटिंग रिंक अब बनकर तैयार हो गया है। देश-विदेश से आने वाले सैलानियों और स्कीयर्स को स्कीइंग के अतिरिक्त यहां आइस स्केटिंग की सुविधा भी मिलेगी। उचित तापमान मिलने के बाद रिंक में जल्द बर्फ जमाने का काम भी शुरू हो सकेगा बशर्ते सरकार और पर्यटन विभाग जीएमवीएन इस रिंग को लेकर एक्टिव मोड़ पर आए। और मिलकर आपसी सामंजस्य से औली की इस खूबसूरत ओपन आईस स्केटिंग रिंग को जल्द चालू करने के लिए प्रयास तेज करे, तो आने वाले समय में औली से स्नो स्कीइंग के राष्ट्रीय खिलाड़ियों के अलावा आईस स्केटिंग जैसे इंडोर विंटर स्पोर्ट्स में भी यहां के खिलाड़ी प्रदेश का नाम रोशन कर सकते है बस जरूरत है एक बेहतर शुरुवात की वहीं औली गोरसो में आईस स्केटिंग खेल के ट्रेनिंग के लिए बेहतर लोकेशन तलाशने पहुंची उत्तराखंड की अंतराष्ट्रीय स्तर की आईस स्केटिंग एथलीट और तकनीकी एक्सपर्ट निष्ठा पैन्यूली ने भी अम्ब्रेला लेक में अपने बेहतर आईस स्केटिंग फिगर स्केटिंग के डेमो का प्रदर्शन करते हुए स्थानीय प्रशिक्षु स्केटरो को इस खेल की तकनीकी बारीकियों से संबंधित महत्व पूर्ण टिप्स भी दिए,उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार के सहयोग से ही हम एडवेंचर स्पोर्ट्स की इस विधा को औली जैसे इंडोर आईस स्केटिंग रिंग में ला सकते है,बशर्ते ओपन इयर आईस स्केटिंग रिंक को आईस जमाने की प्रक्रिया शुरू करते हुए जल्द यहां ट्रेनिंग कैम्प शुरू कराया जाना चाहिए ताकि राष्ट्रीय शीत कालीन खेलों सहित खेलो इंडिया विंटर गेम्स के लिए उत्तराखंड की एक बेहतर आईस स्केटिंग फिगर स्केटिंग सहित आईस हॉकी टीम तैयार हो सके और आने वाले समय में हमे इन जमी प्राकृतिक झीलों में जान जोखिम में डालकर आईस स्केटिंग के लिए निर्भर न रहना पड़े,
दरअसल औली में 2010-11 में सैफ विंटर गेम्स के दौरान ओपन एयर आइस स्केटिंग रिंक को बनाने का काम शुरू हुआ था, लेकिन सैफ गेम्स होने के बाद रिंक का निर्माण कार्य अधूरा छूट गया था। जीएमवीएन (गढ़वाल मंडल विकास निगम) और पर्यटन विभाग ने निर्माण पूरा करने के लिए बजट की मांग की लेकिन बजट मंजूर नहीं हुआ। करीब सात साल बाद वर्ष 2017 में शासन ने इस औली ओपन एयर आईस स्केटिंग रिंक निर्माण के लिए राज्य योजना के तहत 138.79 लाख रुपये का बजट स्वीकृत किया। तब कही जाकर 15 दिसंबर 2018 को इस रिंग का निर्माण कार्य शुरू हुआ जो वर्ष 2019/20 में दो साल बाद पूरा हो सका। जहां नवंबर 2019 में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज द्वारा इस प्रोजेक्ट का उदघाटन भी कर दिया गया,वहीं इस रिंक के चालू होने पर जहां सैलानी औली स्लोप पर स्कीइंग करने के साथ ही दूसरी डेस्टिनेशन पर मोजूद आइस स्केटिंग रिंक का भी भरपूर मजा ले सकेंगे। अब औली में इस रिंग में प्रदेश सरकार की मदद से जल्द आईस स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड ने राष्ट्रीय स्तर के आईस स्केटिंग खेल इवेंट्स कराने के लिए धरातल पर कार्य करना शुरू कर दिया है,और इसके लिए राज्य आईस स्केटिंग एसोसिएशन द्वारा औली में आईस स्केटिंग खेल को प्रमोट करने के उद्देश्य से आईस स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ चमोली को नए स्केटरो को तैयार करने और बेसिक प्रशिक्षण कराने के लिए जिम्मेदारी भी सौंपी है,
बता दें की उत्तराखंड के महाराणा स्पोर्ट्स कॉलेज में वर्ष-2011 में राज्य का इकलौता आईस स्केटिंग रिंग जो साउथ-ईस्टर्न एशियन विंटर गेम्स के लिए करोड़ो की लागत में देहरादून में बनाया गया था जो कुछ वर्षो बाद अचानक एडवेंचर टूरिज्म के मानचित्र से ओझल हो गया,
देहरादून स्थित साउथ-ईस्टर्न एशिया का एकमात्र ‘आइस स्केटिंग रिंक’ एडवेंचर टूरिज्म के मैप से ओझल है,ऐसे में सूबे के पहाड़ी छेत्रों में एक और नए आईस स्केटिंग रिंक की जरूरत महसूस होने लगी है,,,,,
आईस स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के अध्यक्ष शिव पैन्युली कहते है कि अगर विंटर डेस्टिनेशन औली के इस खूबसूरत लोकेशन में बने ओपन एयर आईस स्केटिंग रिंक को प्रदेश सरकार तरहीज देते हुए जल्द इस आईस स्केटिंग फील्ड को तकनीकी एक्सपर्ट से दिखा कर संबंधित कमियों को ठीक कराते हुए यहां समय पर आईस जमाने के लिए जानकर स्टाफ की तैनाती कर देती है तो आइस स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड जल्द यहां स्टेट और नेशनल लेबल की आईस स्केटिंग इवेंट्स कराने को तैयार है,,,,,,
वहीं आईस स्केटिंग एसोसिएशन चमोली के अध्यक्ष विवेक पंवार कहते है कि आने वाले समय में विंटर डेस्टिनेशन औली स्नो स्कीइंग की निर्भरता के अलावा एडवेंचर स्पोर्ट्स की दूसरी इवेंट्स आइस स्केटिंग, फिगर स्केटिंग, और आईस हॉकी जैसे विंटर स्पोर्ट्स इवेंट्स की मेजबानी कर सके और जोशीमठ छेत्र के पर्यटन कारोबारियो को औली में एक और विंटर स्पोर्ट्स पर्यटकों को लुभाने के लिए मिल सकेगा साथ ही यहां के स्थानीय युवा खिलाड़ीयो और बच्चों को स्कीइंग के अलावा आईस स्केटिंग खेल एक और विंटर स्पोर्ट्स में नेशनल इंटर नेशनल लेबल पर खेलने को मिल सकेगा, जिसके लिए आईस स्केटिंग एसोसिएशन चमोली के द्वारा फिलहाल आईस स्केटिंग के बेसिक प्रशिक्षण के लिए औली गोरसों छेत्र में स्थित प्राकृतिक झीलों,तालों, में आईस स्केटिंग की संभावना तलाशी जा रही है, जिसके लिए जिला एसोसिएशन द्वारा गोरसों बुग्याल के समीप बर्फ से ढकी जमी हुई एक प्राकृतिक झील छत्रा कुंड का बारीकी से निरीक्षण किया है, और यहां आईस स्केटिंग की बेसिक प्रशिक्षण कराने के उद्देश्य से आईस स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के शिव पैन्यूली और उत्तराखंड की इंटरनेशनल आईस स्केटर और तकनीकी एक्सपर्ट निष्ठा पैन्यूली के साथ मिलकर पहली बार औली में एडवेंचर टूरिज्म के इस नए खेल के लिए एक जोरदार पहल करते हुए औली गोरसों के सघन वन के मध्य स्थित खूबसूरत अम्ब्रेला लेक में आईस स्केटिंग की संभावना को तलाशा है, इस दल के साथ आईस स्केटिंग खेल में रुचि रखने वाले जोशीमठ छेत्र के बच्चों,युवाओं और शौकिया पर्यटकों ने भी इस खूबसूरत अंब्रेला लेक के एक छोर पर सेफ्टी मानकों के साथ एक्सपर्ट आईस स्केटरों की निगरानी में आईस स्केटिंग के बेसिक जानकारी के साथ महत्वपूर्ण टिप्स सीखें और उसके बाद अंब्रेला लेक में फन स्केटिंग का भी लुफ्त उठाया।
आईस स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ चमोली की पहल पर इस आईस स्केटिंग जागरूकता कैम्प में स्थानीय स्केटरों और पर्यटकों में गजब का उत्साह देखा गया,वहीं ट्रेनिग कैम्प के बाद आईस स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के एक्सपर्ट दल ने औली में बने ओपन एयर आईस स्केटिंग रिंग का भी बारीकी से निरीक्षण किया,ताकि आने वाले समय में प्रदेश सरकार की मदद से यहां राष्ट्रीय स्तर की आईस स्केटिंग खेल प्रतियोगिताओं का सफल आयोजन हो सके, एसोसिएशन के अध्यक्ष शिव पैन्यूली ने इस रिंग का निरीक्षण कर बताया कि अभी इस रिंग को लेकर कुछ कहने से पूर्व हमे इसको बनाने वाले एक्सपर्टों से मिलकर जानकारी जुटानी होगी,ताकि पता लगे कि जो खामियां नजर आ रही है वो सही है की नही, अगर ये रिंग पूरी तरह तैयार हो जाय तो आने वाले दिनों में यहां पर्यटकों के साथ साथ स्थानीय आईस स्केटरों का जमवाड़ा लगा रहेगा और औली को स्नो स्कीइंग के साथ आईस स्केटिंग खेल के मेजबान होने का भी लाभ मिलेगा, जरूरत है सिर्फ एक कदम प्रदेश सरकार और पर्यटन महकमें को आगे बढ़ाने की ओर औली के प्रति सकारात्मक सोच रखने की ताकि औली की एडवेंचर टूरिज्म के क्षेत्र में दशा और दिशा बदल सके।