ऊखीमठ। विकासखण्ड मुख्यालय की निकटवर्ती ग्राम पंचायत पैंज किमाणा के पैंज गांव में 24 वर्षों बाद आयोजित बगडवाल नृत्य का समापन भावुक क्षणों के साथ हो गया है। 15 दिवसीय बगडवाल नृत्य में नगर क्षेत्र सहित विभिन्न गांवों के जनप्रतिनिधियों, पूर्व जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने शामिल होकर पुण्य अर्जित किया। बगडवाल नृत्य के समापन अवसर पर धियाणियों व महिलाओं की आंखे छलक उठी। बगडवाल नृत्य के समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए नगर पंचायत अध्यक्ष विजय राणा ने कहा कि बगडवाल नृत्य हमारी युगों पूर्व परम्परा है इसलिए बगडवाल के संरक्षण व संवर्धन के लिए सामूहिक पहल होनी चाहिए। विधायक प्रतिनिधि कर्मवीर कुंवर ने कहा कि जीतू बगडवाल की गाथा से हमें सघर्ष करने की प्रेरणा मिलती है।
सामाजिक कार्यकर्ता सुन्दर सिंह भण्डारी ने कहा कि समय – समय पर इस प्रकार के धार्मिक अनुष्ठानों से युवा पीढ़ी को भी सीख मिलती है। जानकारी देते हुए बगडवाल नृत्य कमेटी अध्यक्ष व प्रधान सन्दीप पुष्वाण ने बताया कि पैंज गांव में 24 वर्षों बाद 16 नवम्बर से बगडवाल नृत्य का शुभारंभ किया गया था तथा मंगलवार को भावुक क्षणों के साथ बगडवाल नृत्य का समापन हो गया है। गोविन्द सिंह रावत ने बताया कि बगडवाल नृत्य में दिनेश पटवाल, शिव सिंह रावत, यशवीर रावत, महेन्द्र रावत, मोहन सिंह पटवाल, चन्द्र सिंह नेगी, कुवर सिंह रावत, महिपाल सिंह नेगी, सत्य प्रकाश शुक्ला, कलम सिंह कोटवाल सहित विभिन्न ग्रामीणों द्वारा बगडवाल नृत्य में विभिन्न पश्वाओ की भूमिका अदा की गयी।
गजपाल सिंह पटवाल ने बताया कि बगडवाल नृत्य के आयोजन से 15 दिनों तक ऊखीमठ क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय बना रहा तथा प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालुओं ने बगडवाल नृत्य में शामिल होकर पुण्य अर्जित किया। खुशहाल सिंह नेगी, मदन सिंह रावत ने बताया कि बगडवाल नृत्य में ढोल वादकों की भूमिका अहम रही है क्योंकि उन्होंने दिन रात बगडवाल नृत्य को सम्पन्न कराने में अपना अहम योगदान दिया! महेश चन्द्र शुक्ला ने बगडवाल नृत्य में विभिन्न गांवों के जनप्रतिनिधियों, पूर्व जनप्रतिनिधियों, विभिन्न सामाजिक संगठनों व ग्रामीणों को योगदान स्मरणीय रहा है।