उत्तराखंड पुलिस की STF ने केदारनाथ हेली सेवा देने के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी करने वाले बिहार में हेली सर्विस फ्रॉड के हब पर छापेमारी की और नवादा थाना वारिसलीगंज के दूरस्थ गांव से दो मास्टरमाइंड साइबर क्रिमिनल को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की।
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में से एक बिहार पुलिस मामले में पहले से ही वांछित था और स्थानीय पुलिस अपराधी को पकड़ने में मदद करने के लिए उत्तराखंड पुलिस टीम की आभारी है। अभियुक्तों के पास से 1.25 लाख नकद, 1 लैपटॉप, 05 मोबाइल फोन, 03 पासबुक, 03 चेक बुक, 01 इंटरनेट राउटर, 07 एटीएम कार्ड, 03 नकली मतदाता पहचान पत्र, 01 क्यूआर कोड, 01 माइक्रो एटीएम कार्ड बरामद किये गये हैं।
अभियुक्तों ने गूगल पर अपना नंबर हेली सर्विस कस्टमर केयर नंबर के तौर पर अपलोड किया था। जब भी कोई व्यक्ति कस्टमर केयर या कॉन्टैक्ट नंबर ढूंढता है तो ऐसे अपराधियों के नंबर फ्लैश हो जाते हैं। वे वाईफाई राउटर को पेड़ों पर लटका देते हैं और फिर सभी मिलकर इंटरनेट कॉल करते हैं और पर्यटन/हेली सेवाओं के नाम पर पूरे लोगों से ठगी करते हैं। पिछले दिनों देहरादून निवासी परिवार से फर्जी हेली टिकट के नाम पर इसी साइबर गिरोह द्वारा लाखों रुपए की ऑनलाइन ठगी की गई थी।
विगत माह भी उत्तराखंड पुलिस की एसटीएफ द्वारा पवन हंस हेलीकॉप्टर के नाम पर मां वैष्णो देवी यात्रा की फर्जी टिकट बुकिंग गैंग का पर्दाफाश कर बिहार के नालंदा से ही साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया था।