एक्सक्लूसिव जोशीमठ,,,,
त्रिशूल पीक पर सेना/वायु सेना का रेस्क्यू अभियांन जारी रहेगा : WA सूरज बैरी
संजय कुँवर जोशीमठ
माउण्ट त्रिशूल हादसे के बाद सेना व वायुसेना द्वारा चलाये गए सयुंक्त रेस्क्यू ऑपरेशन पर सोमवार को नौ सेना के वाइस एडमिरल सूरज बेरी ने यहाँ प्रेस को विस्तृत जानकारी दी।
इंडियन नेवी के त्रिशूल पर्वतारोहण अभियांन में हिम स्खलन के चलते लापता हुए शेष एक पर्वतारोही अधिकारी और एक शेरपा की खोजबीन के लिए इंडियन आर्मी और एयर फोर्स का बचाव अभियांन आज भी जारी रहा,इस बीच रेस्क्यू ओप्रेशन के लिए दिल्ली नेवल मुख्यालय से जोशीमठ बेस पहुँचे नेवल उच्चधिकारी और कंट्रोलर पर्सनल सर्विसेज/वाइस एडमिरल सूरज बैरी नें इस हिम स्खलन हादसे के तीसरे दिन जोशीमठ स्थित रेस्क्यू बेस में PRESS के माध्यम से इंडियन नेवी के इस पर्वतारोहण मिशन सहित सेना द्वारा अबतक के रेस्क्यू अभियांन और आगे की कार्यवाही को लेकर मिनट टू मिनट की पूरी जानकारी साझा की, उन्होंने कहा की ये पर्वतारोहण अभियांन स्वर्णिम विजय वर्ष के उपलक्ष्य में वेस्टर्न नेवल कमान द्वारा आयोजित किया गया जिस अभियांन का नाम त्रिशूल “INS त्रिशूल टू माउंट त्रिशूल था” 3 सितंबर को WNC मुम्बई से फ्लेग ऑफ के बाद यह दल माउंट त्रिशूल को फतह करने पहुँचा था,
और आरोहण के दौरान हिमस्खलन हादसे में हमारे 5पर्वतारोही और एक शेरपा मिसिंग हो गए, भारतीय सेना और वायु सेना नें जॉइंट रेस्क्यू ओप्रेशंन नें 48 घण्टे में बचाव कार्य सफलता से पूरा किया,उन्होंने कहा की कल एक बार फिर से उस एरिया में एवंलाँच आया है इसलिए भारतीय सेना की HAWAS की स्पेशल टीम संभल कर रेस्क्यू कर रही और जबतक नेवी के एक पर्वतारोही सहित एक शेरपा का रेस्क्यू नही हो जाता सेना का बचाव अभियांन जारी रहेगा,प्रेस वार्ता में उत्तर भारत एरिया केउत्तर भारत एरिया के जीओसी ले0 जनरल सुरेंद्र सिंह महल, नौ स्वतंत्र पर्वतीय ब्रिगेड ग्रुप के कमांडर ब्रिगेडियर कृषाणु शाह, व वायुसेना के विंग कमांडर रजत भी मौजूद थे।