ऊखीमठ : मन्दाकिनी, मधु गंगा व सरस्वती के संगम स्थल नित्य निवासिनी त्रिवेणी संगम पर आयोजित अखण्ड रामायण का पूर्णाहुति के साथ समापन हो गया है। दो दिवसीय अखण्ड रामायण में सैकड़ों भक्तों ने शामिल होकर पुण्य अर्जित किया जबकि पंच केदार कीर्तन मण्डली व महिला मंगल दल बेडूला के धार्मिक भजनों से त्रिवेणी संगम का वातावरण दो दिनों तक भक्तिमय बना रहा।अखण्ड रामायण के मुख्य वाचक रमेश चन्द्र सेमवाल ने बताया कि त्रिवेणी संगम में आयोजित अखण्ड रामायण के आयोजन में विभिन्न क्षेत्रों के राम भक्तों ने प्रतिभाग का अखण्ड रामायण का विस्तृत वर्णन किया। उन्होंने बताया कि अखण्ड रामायण के आयोजन से क्षेत्र में खुशहाली बनी रहती है। हनुमान के परम उपासक गोपाल सिंह राणा ने बताया कि सभी राम भक्तों के सराहनीय सहयोग से प्रति वर्ष श्रावण मास में त्रिवेणी संगम पर अखण्ड रामायण का आयोजन विश्व समृद्धि की कामना से किया जाता है तथा अखण्ड रामायण के आयोजन से मन को अपार शान्ति मिलती है। प्रधान दिव्या देवी ने बताया कि त्रिवेणी संगम की धार्मिक महत्ता का वर्णन केदार खण्ड में विस्तृत से किया गया है। क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रदीप राणा ने बताया कि रामायण में स्पष्ट वर्णन किया गया है कि जहां सुमति, तहां सम्पत्ति निदान। पूर्व प्रधान नरोत्तम राणा ने बताया कि त्रिवेणी संगम के समीप तीर्थों में पूजा – अर्चना से मानव को मनौवाछित फल की प्राप्ति होती है। दो दिवसीय अखण्ड रामायण में पंच केदार कीर्तन मण्डली अध्यक्ष रजनी देवी व महिला मंगल दल अध्यक्ष बबली देवी के नेतृत्व में बेडूला गाँव की महिलाओं द्वारा धार्मिक भजनों की प्रस्तुति से त्रिवेणी संगम का वातावरण भक्तिमय बना रहा। इस मौके पर जसपाल सिंह, प्रेम सिंह कोटवाल, नव युवक मंगल दल अध्यक्ष रविन्द्र राणा, रणजीत सिंह पटवाल, बलवीर सिंह, मोहन पटवाल, प्रेम सिंह राणा, गजे सिंह नेगी, बशीधर अथवाल, रणजीत सिंह असवाल, राजेन्द्र सिंह रावत, प्रबल सिंह राणा, सन्तोषी देवी, मुन्नी देवी, दीपा देवी, कुन्ती देवी, बीना देवी, सरिता देवी सहित सैकड़ों राम भक्त मौजूद रहे।