स्कूल जाने वाले पैदल मार्ग पर बनाई दीवार, छात्र छात्राओं ने किया प्रदर्शन राजकीय इंटर कालेज माणा घिंघराण को जाने वाले पैदल मार्ग पर स्थानीय निवासी द्वारा दीवार लगाए जाने पर गुस्साए छात्र छात्राओं ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शन किया। उन्होंने तत्काल दीवार न हटाए जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी।
बताया गया कि वर्ष 1988 में राजकीय इंटर कालेज माणा घिंघराण का भवन बनकर तैयार हुआ और तभी से इस विद्यालय में कक्षाओं का संचालन भी शुरू हुआ। बीते दिनों विधायक निधि के तहत विद्यालय को जाने वाले पैदल मार्ग पर सीसी मार्ग का िनर्माण किया गया। बताया गया कि स्थानीय निवासियों द्वारा सीसी निर्माण के दौरान नाली निर्माण न किए जाने के बाद घरों में पानी घुसने की शिकायत भी प्रशासन से की। आरोप है कि प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई न किए जाने के बाद पैदल मार्ग पर स्थानीय निवासी गोविंद सिंह रौतेला द्वारा दीवार का निर्माण कर दिया गया। विद्यालय के पैदल मार्ग पर दीवार निर्माण की जानकारी के बाद छात्र छात्राओं ने मौके पर पहुंचकर धरना प्रदर्शन किया। छात्र छात्राओं का कहना है कि नब्बे के दशक में विद्यालय का निर्माण होने के बाद इसी पैदल मार्ग से आवाजाही होती रही है। ऐसे में स्थानीय निवासी द्वारा रास्ते पर दीवार का निर्माण कर उन्हें आंदोलन के लिए मजबूर किया गया। इस अवसर पर सुहानी बिष्ट, शलिनी, सिमरन, साक्षी आदि शामिल थे। मामले में स्थानीय निवासी गोविंद सिंह रौतेला ने बताया कि पैदल मार्ग पर आरसीसी बिछाए जाने के दौरान नाली निर्माण न होने से पैदल मार्ग का सारा पानी उनके घर, खेतों में घुस रहा है। कहा कि इसकी शिकायत प्रशासन से की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि यदि पानी की निकासी की व्यवस्था की जाती है तो वह दीवार को हटा देंगे। विद्यालय के प्रधानाचार्य रविंद्र सिंह फस्र्वाण ने कहा कि संबंधित व्यक्ति राजस्व विभाग का पूर्व कर्मचारी रह चुका है। ऐसे में उनकी शिकायत पर कार्रवाई न कराने का दबाव संबंधित व्यक्ति बना रहा है। उन्होंने कहा कि पानी तो सिर्फ बहाना है। कहा कि शीघ्र दीवार न हटाए जाने पर विद्यालय प्रबंधन भी आंदोलन के लिए मजबूर होगा।