उत्तराखंड के जोशीमठ प्रखण्ड में यूनेस्को की विश्व सांस्कृतिक धरोहर “रम्माँण” को संजोने और जोड़ने वाले गाँव सलूड के सड़क की हालत बदहाल और दयनीय है। इस सड़क पर गढ़ी मंदिर से आगे संकरी चट्टानी क्षेत्र में कीचड़ और जानलेवा गड्डों के चलते सड़क पर वाहन चलाना खतरे से खाली नही है। सड़क का सुधारीकरण जल्द नही हुआ तो कोई भी बड़ा हादसा यहाँ हो सकता है ! लम्बे समय से इस मोटर मार्ग पर वाहन चलाना खतरा बना हुआ है। आप तस्वीरें देख खुद इस विश्व सांस्कृतिक धरोहर स्थल गाँव को जोड़ने वाली इस एकमात्र सड़क की कहानी बंया कर रही है। जरा सी चूक होना जिंदगी से हाथ धोना है यहाँ। लेकिन प्रशासन सहित सरकार में बैठे अफसरों को विश्व धरोहर स्थल से कोई लेना देना नही है। स्थानीय निवासी भगत सिंह का कहना है कि विभाग और प्रशासन की उदासीनता और लापरवाही के चलते विश्व धरोहर स्थल को जोड़ने वाले सड़क मार्ग के सड़क की हालात इस तरह खराब है तो और जगह के हालात का क्या कहें। जिसके चलते जहाँ गाँव में खाद्यान आपूर्ति सहित अन्य साजों सामान पहुँचना मुश्किल बना हुआहै। इस घाटी के करीब आधा दर्जन गाँव के ग्रामीण पैदल ही आधा मार्ग से जोशीमठ मुख्यालय आवाजाही करने को मजबूर हैं।
गौचर पालिका क्षेत्र में दो माह से गैस आपूर्ति न होने से लोगों में आक्रोश - केएस असवाल गौचर
Wed Dec 8 , 2021