जल संस्थान के अधिकारियों की घोर लापरवाही के चलते पालिका क्षेत्र में पेयजल समस्या पटरी से उतरने का नाम नहीं ले रही है। संस्थान के अधिकारी इतने निरंकुश हो गए हैं वे जनता की शिकायतों को सुनने के लिए तैयार ही नहीं हैं।
जनपद चमोली के पालिका क्षेत्र में आज से 10 साल पहले क्षेत्र की जनता पानी के लिए सड़कों पर वर्तनों के साथ लाइन लगाकर पानी के टैंकरों के इंतजार में खड़े रहते थे। यही नहीं तब स्थिति ऐसी थी क्षेत्र की जनता अन्य कामों से ज्यादा पानी की लाइन में खड़े रहने को ज्यादा अहमियत देते थे। जनता की इस जटिल समस्या को देखते हुए तत्तकालीन कर्णप्रयाग क्षेत्र के विधायक डिप्टी स्पीकर स्वर्गीय डा अनसूया प्रसाद मैखुरी, तत्तकालीन पालिका अध्यक्ष वर्तमान में कर्णप्रयाग विधानसभा से कांग्रेस पार्टी के विधानसभा चुनाव में प्रबल दावेदार मुकेश नेगी ने रिवर बैंक फिलट्रेशन योजना के तहत गौचर के लिए पांच लाख की लागत से पेयजल लिफ्ट पंप का निर्माण करवाया तो क्षेत्र की जनता ने राहत की सांस ली। सभी लोगों को जरूरत के हिसाब से पानी मिलने लगा था।
लेकिन दुःख इस बात का है कि पिछले तीन सालों में वर्तमान में कर्णप्रयाग डिविजन में कार्यरत जल संस्थान के अधिकारियों ने पेयजल की समस्या को दस साल पीछे धकेल दिया है।आलवेदर सड़क के निर्माण के दौरान कार्यदाई संस्था ने पेयजल की लाइनों को भारी क्षति पहुंचाई है इसके एवज में जल संस्थान को क्षतिपूर्ति का लाखों रुपए दिया गया। संस्थान ने इन पैसों का इतना दुरुपयोग किया कि अपनी मर्जी से बिना जनता की के जगह जगह पाइप लाइन बिछा तो दी लेकिन ताजुब तो इस बात का है कि इससे जनता को कोई फायदा नहीं हुआ है।उल्टा पेयजल की गंम्भीर समस्या पैदा हो गई है।कई जगहों पर आज भी या तो पाइप लाइन जोड़ी ही नहीं गई या रबर के पाइपों से काम चलाया जा रहा है। जनता लगातार पेयजल समस्या की शिकायत करती आ रही है लेकिन जिस प्रकार से जल संस्थान के अधिकारी उपभोक्ताओं की समस्या सुनने को तैयार नहीं हैं। इससे प्रतीत होता है कि इन अधिकारियों को शासन – प्रशासन का कोई भी डर नहीं है। महिला संगठन की अध्यक्ष विजया गुसाईं,सिताब सिंह कनवासी,मदन चौहान, पुष्कर चौहान, आदि का कहना है कि पेयजल समस्या की शिकायत कई बार संस्थान के अधिकारियों से की गई है लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है। कांग्रेस नगर अध्यक्ष सुनील पंवार, व्यापार संघ अध्यक्ष राकेश लिंगवाल, पालिका सभासद अजय किशोर भंडारी आदि का कहना है कि समय रहते पेयजल समस्या का समाधान नहीं किया गया तो जनता के साथ सड़कों पर उतरने काम किया जाएगा।इन लोगों का कहना है कि चयनित जनप्रतिनिधियों के नकारेपन की वजह यह यह नौबत आ रही है।