ऊखीमठ। भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश से शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर आगमन पर मदमहेश्वर घाटी के मनसूना में आयोजित तीन दिवसीय मदमहेश्वर मेले की दूसरी संध्या नंवाकुर के कवियों व उत्तराखण्ड के सुप्रसिद्ध लोक गायकों के नाम रही। लोक गायकों द्वारा दी गयी धार्मिक प्रस्तुतियों का दर्शकों ने देर रात तक भरपूर लुप्त उठाया।
भजन संध्या में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता कुलदीप रावत ने कहा कि मदमहेश्वर धाम को चारधाम यात्रा की तर्ज़ पर विकसित करने की सामूहिक पहल की जायेगी तथा मनणामाई तीर्थ को विकसित करने के लिए शीध्र प्रदेश सरकार से वार्ता की जायेगी। विशिष्ट अतिथि मुख्यमंत्री के पूर्व औद्योगिक सलाहकार के एस पंवार के प्रतिनिधि अनिल शास्त्री ने कहा कि मदमहेश्वर घाटी के जनमानस के प्रयासों से इस बार मदमहेश्वर मेला तीन दिनों तक मनाया गया।
जिला पंचायत सदस्य कालीमठ विनोद राणा ने कहा कि भविष्य में सामूहिक प्रयासों से तीन दिवसीय मदमहेश्वर मेले को और भव्य रूप दिया जायेगा। भजन संध्या की अध्यक्षता करते हुए मेला समिति अध्यक्ष देवेन्द्र पंवार ने सभी अतिथियों, जनमानस व मेला समिति के पदाधिकारियों, सदस्यों का आभार व्यक्त किया। भजन संध्या में लोक गायिका आरती गुसाईं, सौरभ मैठाणी तथा दर्शन फर्स्वाण के भजनों की धूम रही जिसका दर्शकों ने देर रात तक भरपूर लुफ्त उठाया।
भजन संध्या में नंवाकुर के कवि सुरेन्द्र दत्त नौटियाल, सोमेश्वरी भटट्, मनोज बिष्ट, राकेश असवाल, राजपाल सिंह पंवार अमित राणा , नन्दन सिंह राणा, आचार्य कृष्णानन्द नौटियाल ने अपने कविताओं के माध्यम से समाज के बदलते परिवेश पर गहरे व्यंग्य कसे। इस मौके पर क्षेत्र पंचायत सदस्य मनसूना रामकृष्ण रावत, बेडूला प्रदीप राणा, गडगू लक्ष्मण सिंह राणा, बीरेन्द्र बिष्ट, लवीश राणा, मदमहेश्वर घाटी विकास मंच अध्यक्ष मदन भटट्, संरक्षक राकेश नेगी, राजेन्द्र सिंह नेगी, आशीष राणा, प्रभात राणा, पवन रावत सहित विभिन्न गांवों के जनप्रतिनिधि व ग्रामीण मौजूद थे।