जिला योजना समिति के चुनावों में 14 में से 13 पदों पर कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है। जबकि एक भाजपा समर्थित प्रत्याशी को विजयश्री मिली है। जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद करने वाले जिला पंचायत उपाध्यक्ष को सिर्फ एकमात्र उन्हीं की वोट पर संतोष कर डीपीसी से बाहर का रास्ता देखना पड़ा।
तीन वर्ष बाद जिला योजना समिति के चुनाव कराए गए। इन चुनावों में जिला पंचायत अध्यक्ष समेत कुल 26 सदस्यों में से 23 सदस्यों ने अपना नामांकन कराया था। जिला पंचायत अध्यक्ष रजनी भंडारी, जिला पंचायत सदस्य देवी प्रसाद जोशी व बलवीर सिंह रावत ने नामांकन नहीं कराया था। जिला योजना समिति में कुल 14 पदों पर चुनाव होने थे। कुल 16 सदस्यों ने इस चुनाव में हिस्सा लिया। कांग्रेस समर्थित 13 सदस्यों को 16-16 मत मिले। जबकि जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह रावत को एकमात्र अपनी वोट पर ही संतोष करना पड़ा। भाजपा समर्थित सदस्य कृष्णा सिंह ने हालांकि इस चुनाव में मतदान नहीं किया। परंतु उन्हें पांच मत पड़े। जिसके बाद उनका डीपीसी का मेंबर बनना तय है। किसी भी भाजपा समर्थित सदस्य ने इस चुनाव में मतदान नहीं किया।