राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला मुख्यालय स्थित प्रगति वैडिंग प्वांइट हॉल में शनिवार को जनपद स्तरीय आशा सम्मेलन कार्यक्रम आयोजित किया गया। सम्मेलन के दौरान जिले में सराहनीय कार्य करने वाली आशा, आशा सुपरवाइजर तथा आशा ब्लाक समन्वयक को प्रशस्ति पत्र, मेडल एवं प्रोत्साहन राशि से सम्मानित किया गया।
जिले में 663 आशा, 42 आशा सुपरवाइजर तथा 9 ब्लॉक समन्वयक कार्यरत है। शासन से जिले में कार्यरत 3 आशा, 3 आशा सुपरवाइजर तथा 1 ब्लाक समन्वयक को उत्कृष्ट कार्य करने पर प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान मिला है। सराहनीय कार्यों में प्रथम तीन स्थान हासिल करने वाली आशा एवं आशा सुपरवाईजर को क्रमश 5 हजार, 3 हजार तथा एक हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि, प्रशस्ति पत्र व मेडल से सम्मानित किया गया। जिसमें थराली ब्लाक आशा मुन्नी देवी को प्रथम, दशोली ब्लाक की आशा हेमा देवी को द्वितीय और कर्णप्रयाग ब्लाक की आशा बीना देवी को तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। आशा सुपरवाईजर में घाट ब्लाक की देवश्वरी देवी को प्रथम, पोखरी ब्लाक की आशा बर्त्वाल को द्वितीय तथा देवाल ब्लाक की सीता देवी को तृतीय स्थान मिला। जबकि पोखरी ब्लाक की आशा समन्वयक कमलेश्वरी भंडारी को प्रथम स्थान प्राप्त करने पर प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित किया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एसपी कुडियाल ने कहा कि आशा कार्यकत्री समुदाय और स्वास्थ्य विभाग की एक मजबूत कड़ी है, जो समुदाय और स्वास्थ्य को जोड़ने में सेतु का काम करती है और स्वास्थ्य सेवाओं को जन-जन तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभा रही हैं। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत संचालित योजनाओं, नियमित टीकाकरण, जननी सुरक्षा योजना और मातृ एवं शिशु मृत्यु दर कम करने में भी आशा कर्मियों की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि सीमांत जनपद चमोली की दुर्गम परिस्थितियों के बीच मुश्किलों का सामाना करते हुए सभी आशाओं ने कोविड महामारी की रोकथाम में भी बेहतर कार्य किए है। उन्होंने सभी आशाओं को शुभकामनाएं देते हुए आगे भी पूर्ण मनोयोग से उत्कृष्ट कार्य करने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर एसीएमओ डा. एमएस खाती, एसीएमओ डा. वीपी सिंह, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डा. सुनील रतूडी सहित आशा कार्यकत्री, सुपरवाइजर एवं आशा ब्लॉक समन्वयक मौजूद रहे।