दशोली विकासखंड की लासी ग्राम पंचायत में अनियमततता की शिकायत के लंबे समय बाद भी प्रशासन द्वारा जांच शुरू न कराए जाने पर ग्रामीणों ने आमरण अनशन करने का निर्णय लिया है। शिकायतकर्ता ग्रामीणों ने जिलाधिकारी, मुख्यमंत्री सहित अन्य अधिकारियों, जन प्रतिनिधियों को पत्र भेजकर मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग भी की है।
शिकायतकर्ता लासी गांव के वीरेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि सूचना अधिकार अधिनियम के तहत उन्होंने ग्राम सभा के कार्यों की जानकारी मांगी तो 34 बिंदुओं पर अनियमितता की बात सामने आई। इसमें खुली बैठकों में ग्रामीणों के फर्जी हस्ताक्षर, पुराने कार्यों को लीपापोती कर नया दिखाने सहित अन्य बिंदु हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मामले में एक माह से अधिक का समय बीत गया है। परंतु प्रशासन द्वारा गठित जांच टीम अभी तक जांच ही शुरू नहीं कर पा रही है। लिहाजा ग्रामीण वीरेंद्र सिंह बिष्ट, देवेंद्र सिंह कुंवर, विक्रम सिंह, मनवर सिंह पुत्र गजे सिंह व मनवर सिंह पुत्र भरत सिंह ने जिलाधिकारी कार्यालय पर आमरण अनशन करने की चेतावनी दी है। शिकायतकर्ताओं ने प्रशासन से यह भी मांग की है कि जांच में उच्च् स्तरीय अधिकारियों को शामिल किया जाए। कहा कि कई मामलों में यह बात सामने आई है कि पंचायत से संबंधित जिन अधिकारी, कर्मचारियों की मिलीभगत से भ्रष्टाचार होता है उन्हीं से जांच कराई जाती है। ऐसा होने पर विरोध की भी चेतावनी दी है। जिला पंचायत राज अधिकारी राजेंद्र गुंज्याल ने बताया कि उन्होंने एडीओ पंचायत विनोद प्रसाद ममगांई को जांच सौंपी है। जबकि जांच अधिकारी ममगांई का कहना है कि ग्राम पंचायत विकास अधिकारी के बीमार होने व अन्य कारणों से अभी तक जांच शुरू नहीं हो पाई है।