चनाप घाटी का भ्रमण कर ट्रैकिंग दल पहुंचा जोशीमठ, अनुभव किया साझा – रघुवीर नेगी जोशीमठ

Team PahadRaftar

स्टेप नई दिल्ली एवं जनदेश उर्गम घाटी चमोली के संयुक्त तत्वाधान में श्री कल्पेश्वर से चनाप घाटी तक सात दिवसीय ट्रैकिंग अध्ययन दल वापस जोशीमठ लौट आया। ट्रैकिंग दल के मुख्य संयोजक सोमपाल ने बताया कि इस ट्रैकिंग मार्ग को सुव्यवस्थित विकसित करने की आवश्यकता है, उन्होंने कहा कि श्री कल्पेश्वर से फ्यूंला नारायण ना मोनँयू ,रोखनी आदि क्षेत्र में रास्ता बनाने के जरूरत है। रोखनी से भनाई वहां से बेडवा खर्क तक रास्ता ठीक है बेडवा खर्क से लोहड़ी टॉप वहां से चनाप तक का रास्ता बहुत खराब है। मात्र अनुमान से जाना पड़ता है। ट्रैकिंग प्रेमियों के लिए यहां पहुंचना बहुत कठिन है। मार्ग का निर्माण आवश्यक है चनाप से थैंग तक कुछ रास्ता सही है। उन्होंने नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के जोशीमठ रेंज के रेंज अधिकारी चैतन्याँ कांडपाल से अनुरोध किया कि नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के अंतर्गत आने वाले ट्रैक मार्गों का विकास किया जाना चाहिए। अन्य ट्रैक रूट के विकास के लिए भी स्टेप एवं जनदेश हर संभव प्रयास करेगा।

उन्होंने कहा कि शीतकाल के समय में नवंबर से फरवरी तक उर्गमघाटी के केमकुड बंगापानी रिठी मुल्ला बुग्याल वंशी नारायण क्षेत्र में शीतकाल ट्रैकिंग को बढ़ावा दिया जाएगा। इस मौके पर जनदेश की सचिव लक्ष्मण सिंह नेगी ने सभी 20 ट्रैकिंग दल के लोगों का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि इस अभियान में दो लोग स्वतंत्र पत्रकार एवं वर्ल्ड वाच फोटोग्राफर इस टेक्निकल में थे। उन्होंने लगभग 100 से अधिक पक्षियों की फोटोग्राफ्स संकलन किया है। दुर्लभ प्रजाति के पुष्पों की फोटोग्राफ अपने कैमरे में कैद किया है। इस दल में 6 महिला यात्रियों ने भाग लिया उन्होंने अपने अनुभव को साझा किया। कोविड-19 से उत्पन्न समस्या के बाद भी ट्रैकिंग प्रेमी हिमालय की ओर पहुंचे इंदौर से आई कैंसर विशेषज्ञ डॉ प्रीति ने कहां की मैं पिछले 20 वर्षों से हिमालय में यात्रा करती हूं और इस तरह की यात्रा से काम करने की ताकत बढ़ती है। उन्होंने कहा कि हम लोग एक तरफ यात्रा करते हैं दूसरी तरफ स्थानीय लोगों को रोजगार का अवसर को भी बढ़ावा देते हैं। इस प्रयास को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। परोगाना गोस्वामी गांधीनगर गुजरात ने कहा कि इस तरह के ट्रैकों को विकसित करने की आवश्यकता है कमल ठाकुर महाराष्ट्र ने कहा यहां संभावनाएं बहुत है इसके लिए सरकार को काम करना चाहिए इस टीम में डॉ हेमंत कटारिया ने कहा कि हिमालय में संभावनाएं विद्यमान है संसाधन जुटाने की आवश्यकता है। स्थानीय लोग प्रयास कर रहे हैं इन प्रयासों में सरकारी नीति शामिल की जानी चाहिए जिससे और बेहतरीन बनाया जा सके। इस कार्यक्रम में नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क की रेंज अधिकारी चैतन्य कांडपाल ने यात्रियों के लिए प्रमाण पत्र भेंट किया। टीम लीडर के रूप में हरि सिंह कंडवाल, प्रताप सिंह पंवार, हिम्मत सिंह नेगी, कुंवर सिंह नेगी, दीपक सिंह, प्रताप चौहान के अलावा मोहन सिंह मनजीत पवार हर्षवर्धन शिव सिंह दिनेश अमर सिंह भरत सिंह आशीष दीपक सहित अन्य स्थानीय पोटर यात्रा में सम्मिलित थे।

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