भारी बारिश से मठ गांव के नीचे से निरंतर भूस्खलन और भू-धंसाव से गांव को खतरा पैदा हो गया है। जिससे लोगों में दहशत बनी हुई है, लोग हर रात रतजगा कर बिताने को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने शासन – प्रशासन से भूगर्भीय जांच कर विस्थापन की मांग की। गौरतलब है कि मठ गांव के नीचे से लंबे समय से भू-धंसाव हो रहा है। जो धीरे-धीरे अब विकराल रूप धारण कर गांव तक पहुंच गया है। भू-धंसाव से मठ गांव के पुष्कर सिंह की मकानों खतरे की जद में आ गई है। वहीं भूस्खलन से आनंद सिंह के दो गौशाला भी खतरे में आ गए हैं।
आनन-फानन में उन्होंने मवेशियों को दूसरों की गौशाला में बांधी हैं। गांव के नीचे से निरंतर हो रहे भू-धंसाव से मठ गांव के 25 परिवारों पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। जिससे लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। बरसात सीजन में लोग हर दिन रतजगा कर रात बिताने को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से गांव की भूगर्भीय जांच कर विस्थापन की मांग की है।