ऊखीमठ। सुविधा संस्था हल्द्वानी व उद्यान विभाग के संयुक्त तत्वावधान में इन दिनों विकासखण्ड ऊखीमठ की 12 ग्राम पंचायतों के 600 काश्तकारों को परम्परागत कृषि विकास योजना के जैविक खेती का प्रशिक्षण देकर काश्तकारों को आत्मनिर्भर बनाने के गुर सिखाये जा रहे हैं। प्रशिक्षण में काश्तकार बढ़ – चढ़ कर भागीदारी कर रहे हैं। जानकारी देते हुए सुविधा संस्था के जिला समन्यवक दिनेश रतूड़ी ने बताया कि सुविधा संस्था हल्द्वानी व उद्यान विभाग के सयुक्त तत्वावधान में इन दिनों विकासखण्ड ऊखीमठ की ग्राम पंचायत चुन्नी मंगोली, करोखी, कालीमठ, त्रियुगीनारायण, बडासू, शेरसी, नाला, नारायण कोटी, देवर, गैड़, मैखण्डा व खडिया के 600 काश्तकारों को जैविक खेती की विस्तृत जानकारी दी जा रही है।
उन्होंने बताया कि काश्तकारों को जैविक खेती उपयोग तथा जैविक खेती से होने वाले लाभों की जानकारी देने से काश्तकारों ने जैविक खेती अपनाने शुरू कर दी है तथा काश्तकारों को बहुत अधिक लाभ मिल रहा है। उन्होंने बताया कि सुविधा संस्था व उद्यान विभाग के द्वारा प्रति दिन प्रत्येक गाँव में जाकर काश्तकारों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है तथा प्रशिक्षण में काश्तकार बढ़ – चढ़ कर भागीदारी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि ऊखीमठ विकासखण्ड के अलावा विकासखण्ड अगस्तमुनि की ग्राम पंचायत छिनका, लदोली, कोठगी सहित 19 ग्राम पंचायतों तथा विकासखण्ड जखोली की ग्राम पंचायत त्यूखर, बजीरा व पाला कुर्सी सहित 14 गांवों के 1650 काश्तकारों को जैविक खेती का प्रशिक्षण दिया जा रहा है तथा पूरे जनपद में 45 ग्राम पंचायतों के 2250 काश्तकारों को जैविक खेती का प्रशिक्षण दिया जा रहा है! उन्होंने बताया कि विजया देवी, दिलवर सिंह, मुकन्द सिंह, प्रेम प्रकाश, कुलदीप, सरिता व दिनेश के द्वारा भी प्रशिक्षण में सहयोग किया जा रहा है।