नैसर्गिक खूबसूरती से भरपूर पहाड़ी वादियों में रहकर हजारों प्रकाश वर्ष दूर खगोलीय घटनाओं के दिलकश और रहस्यमयी नजारों को बेहद करीब से देखने की लालसा अब जल्द पूरी होगी। चमोली जिला प्रशासन ने कर्णप्रयाग ब्लाक में स्थित खूबसूरत स्थल बेनीताल को एस्ट्रोविलेज के रुप में विकसित करने की कवायद तेज कर दी है। समुद्र तल से लगभग 2600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित बेनीताल में दूरबीनें लगने के बाद रात को आकाश में तारों और ग्रहों को आसानी से देखा और पहचाना जा सकेगा।
बेनीताल में पर्यटन विभाग के माध्यम से खगोलीय घटनाओं को करीब से देखने के लिए बड़ी दूरबीनें लगाई जाएंगी। पर्यटकों की सुविधा के लिए यहां पर बेनिकाॅटेज, पाथवे, टैंट प्लेटफार्म, नाईट विजन डाॅम, रेस्टोरेंट, रिसेप्शन व टूरिस्ट वाहनों के लिए दो पार्किंग स्थल का निर्माण किया जाएगा। इस स्थल को एस्ट्रोविलेज बनाने के लिए पर्यटन विभाग ने गढ़वाल मंडल विकास निगम को जिम्मेदारी सौंपते हुए 5 करोड़ की डीपीआर शासन को भेज दी है। साथ ही यहां पर वन भूमि हस्तांतरण हेतु प्राथमिक स्वीकृति भी मिल चुकी है।
जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने एस्ट्रोविलेज के लिए प्रस्तावित कार्यो और बेनीताल में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने को लेकर गुरुवार को बेनीताल का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने पर्यटन विभाग को निर्देशित किया कि पर्यटन गतिविधियों को लेकर तत्कालिक रूप से यहां पर जो कार्य किए जा सकते है उनको जल्द शुरू किया जाए। सिमली से बेनीताल मोटर मार्ग को दुरुस्त करने के साथ मार्ग पर साइनेज लगवाए जाए। ताकि अधिक से अधिक लोगों इस खूबसूरत स्थल तक पहुॅच सके। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी वरुण चौधरी, एसडीएम वैभव गुप्ता, जिला पर्यटन विकास अधिकारी वृजेन्द्र पांडेय व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
बेनीताल की हसीन वादी अपने आस-पास फैली खूबसूरती से पर्यटकों को सहसा ही आकर्षित करती है। एस्ट्रोविलेज बनने के बाद यहां पर पर्यटन गतिविधियाँ बढने से स्थानीय लोगोे को होमस्टे संचालन व अन्य माध्यमों से अच्छा स्वरोजगार भी मिल सकेगा।