कोविड की संभावित तीसरी लहर से सुरक्षा के दृष्टिगत जिले में स्वास्थ्य सुरक्षा के सभी इंतेजाम किए जा रहे हैं। बच्चों और किशोरों में शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए घर-घर माइक्रो न्यूट्रिएंट्स (सूक्ष्म पोषक तत्व) किट बांटी जा रही है। वहीं 18 वर्ष से ऊपर के छूटे हुए लोगों को निःशुल्क कोविड वैक्सीन लगाई जा रही है। कोविड-19 से लोगों की सुरक्षा प्रदान करने एवं उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न स्तरों पर माॅनिटरिंग की जा रही है।
एसीएमओ डा0 उमा रावत ने बताया कि ब्लाक स्तर पर स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से माइक्रो न्यूट्रिएंट्स किट तैयार कराई जा रही है। इसके लिए एसएचजी को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। आशा व एएनएम के माध्यम से घर-घर किट वितरण किया जा रहा है। शून्य से एक वर्ष तक के बच्चों को हरे रंग के पैकेट, एक से 10 वर्ष तक के बच्चों को पीले तथा 10 से 18 वर्ष तक के बच्चों को लाल पैकेट में सूक्ष्म पोषक तत्वों की टैबलेट उपलब्ध कराई जा रही है। सूक्ष्म पोषक तत्वों को मानव शरीर की जरूरतों को पूरा करने वाला प्रमुख पोषक समूह के रूप में जाना जाता है। इनमें विटामिन ए, बी, सी, डी, ई के साथ ही खनिज तत्व लोहा, कैल्शियम, मैगीनिशियम, जस्ता और सेलेनियम जैसे खनिज शामिल है। जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में अहम भूमिका रखते हैं। चमोली जिले में 0-1 वर्ष तक 10099 बच्चें, 1 से 10 वर्ष तक 42915 तथा 10 से 18 वर्ष तक 32016 बच्चों को माइक्रो न्यूट्रिएंट्स किट वितरण का लक्ष्य है। अभी तक 8341 बच्चों को किट उपलब्ध कराई जा चुकी है।
जिले 18 वर्ष से ऊपर सभी लोगों को निःशुल्क कोविड वैक्सीनेशन कार्य भी जारी है। हेल्थ वर्कर, फ्रंट लाइन वर्कर एवं 45 प्लस के लोगों का वैक्सीनेशन कार्य पूरा करने के बाद 18 प्लस के लोगों का वैक्सीनशन जारी है। 18 प्लस में अभी तक 73.5 प्रतिशत लोगों को पहली डोज लगाई जा चुकी है। जिले में अभी तक कुल 91.07 प्रतिशत लोगों को पहली डोज तथा 33.29 प्रतिशत लोगों को दूसरी डोज दी जा चुकी है। दिब्यागजनों, गर्भवती महिलाओं एवं छूटे हुए अन्य लोगों के वैक्सीनेशन के विशेष शिविर भी लगाए जा रहे है।