ऊखीमठ। केदार घाटी सहित विभिन्न क्षेत्रों में विगत दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से आम जनजीवन अस्त – व्यस्त हो गया है। मन्दाकिनी सहित सहायक नदियों का जल स्तर निरन्तर उफान पर होने से आपदा प्रभावितों की समस्याएं लगातार बढ़ती जा रही है। मूसलाधार बारिश से रूद्रप्रयाग – गौरीकुण्ड हाईवे सहित सम्पर्क मोटर मार्गों के जगह – जगह कीचड़ में तब्दील होने से राहगीरों को जान जोखिम में डालकर आवाजाही करने पड़ रही है। कुण्ड – चोपता मोटर मार्ग पर घाटी के निकट लगातार भूधसाव होने से मोटर मार्ग पर लगभग 7 घण्टे यातायात बाधित रहा जबकि क्यूजा घाटी के क्यूजा गाँव के चारी तोक में लगातार भूधसाव होने से आठ मकानों में दरारें आने से ग्रामीणों ने गाँव के प्राथमिक विद्यालय में शरण ले रखी है तथा तोक में भूधसाव होने से 18 परिवार खतरे की जद में आ गये हैं।
बता दें कि केदार घाटी सहित विभिन्न क्षेत्रों में गुरूवार देर सांय से शुक्रवार दोपहर तक निरन्तर बारिश होने से आमजन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। ऊंचाई वाले इलाकों के तापमान में गिरावट महसूस होने से भेड़ पालकों ने नीचे के इलाकों की ओर रुख कर दिया है। मन्दाकिनी सहित सहायक नदियों के जल स्तर में लगातार वृद्धि होने से नदी किनारे बसे ग्रामीणों की मुश्किलें बढती जा रही है। प्रधान कविल्ठा अरविन्द राणा ने बताया कि क्षेत्र में हो रही मूसलाधार बारिश से गुप्तकाशी – कालीमठ – चौमासी मोटर मार्ग जानलेवा बन गया है जिससे राहगीरों को जान हथेली पर रखकर सफर करना पड़ रहा है। मदमहेश्वर घाटी विकास मंच अध्यक्ष मदन भटट् ने बताया कि क्षेत्र में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से ऊखीमठ – अकतोली मोटर मार्ग जगह – जगह तालाबों में तब्दील हो गया है। प्रधान दैडा़ योगेन्द्र नेगी ने बताया कि कुण्ड – चोपता मोटर मार्ग पर घाटी के निकट लगातार भूधसाव होने से मोटर मार्ग पर लगभग 7 घन्टे यातायात बाधित रहा।
भाजपा अगस्तमुनि ग्रामीण मण्डल अध्यक्ष बृजमोहन नेगी ने बताया कि क्यूजा घाटी में विगत दिनों हुई मूसलाधार बारिश से क्यूजा गाँव के चारी तोक में भूधसाव होने से प्रदीप लाल, भक्ति लाल, पुष्कर लाल, खुशहाल लाल, बिछना देवी, शिव गोपाल लाल, राकेश लाल तथा हरीश लाल की मकानों में दरारें पड़ने से छह परिवारों ने प्राथमिक विद्यालय में शरण ले रखी है जबकि दो परिवार जर्जर मकानों में रात्रि गुजारने को विवश बने हुए हैं। पूर्व प्रधान रघुवीर लाल ने बताया कि चारी तोक में भूधसाव होने से 18 परिवारों को खतरा बना हुआ है। दर्शन सिंह ने बताया कि विगत दिनों जिलाधिकारी द्वारा भी चारी तोक का स्थलीय निरीक्षण कर तोक के 18 परिवारों को विस्थापन करने के निर्देश सम्बन्धित विभागों को दिये गये हैं। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चण्डी प्रसाद भटट् ने चारी तोक पहुंच कर खतरे की जद में आये सभी परिवारों को यथासम्भव मदद देने का आश्वासन दिया।