भारी बारिश से मठ गांव में भूस्खलन होने से सैकड़ों सिंचित भूमि हुई तबाह, गांव खतरे की जद में, लोग जान जोखिम में डालकर कर रहे आवाजाही
पिछली आपदा दिए जख्म अब भी हरे हैं। उन जख्मों को भरने के लिए सरकार और प्रशासन ने अब तक कोई कार्यवाही नहीं की। पिछले साल भूस्खलन होने से मठ गांव के ग्रामीणों की 100 से अधिक नाली काश्तकारी भूमि आपदा में विलय हो गई थी। जिस का मुआवजा ग्रामीणों को अभी तक नहीं मिला है। वहीं आपदा के इन जख्मों को ग्रामीण भूले भी नहीं थे कि फिर इस वर्ष सैकड़ों नाली सिंचित भूमि भूस्खलन से तबाह हो गई है। भारी भूस्खलन होने से गांव को भी खतरा बना हुआ है।
विगत दो दिनों से हो रही भारी बारिश से दशोली ब्लाक के मठ गांव में भारी भूस्खलन होने से सैकड़ों सिंचित भूमि तबाह हुई है। पैदल आवाजाही के रास्ते बह गए हैं। जिसके चलते ग्रामीणों द्वारा जान जोखिम में डालकर आवाजाही की जा रही है। ग्रामीण हरीश नेगी ने बताया कि शनिवार को हुई भारी बारिश से मठ गांव में भारी भूस्खलन हुआ है जिसमें लोगों की सैकड़ों नाली जमीन तबाह हो गई है। साथ ही गांव को भी खतरा बना हुआ है।