शौर्य एवं पराक्रम का उत्सव ‘‘कारगिल विजय दिवस’’ पर अमर शहीदों को नमन करते हुए श्रद्वासुमन अर्पित किए गए। क्लेक्ट्रेट परिसर स्थित शहीद पार्क में जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया सहित तमाम जिला स्तरीय अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों ने भारतीय सेना के अदम्य सहास और शौर्य को नमन करते हुए कारगिल अमर शहीदों के चित्रों पर माल्यपर्ण कर श्रद्वासुमन अर्पित किए। कोरोना के दृष्टिगत शारीरिक दूरी का पालन करते हुए इस वर्ष बेहद सादगी से शौर्य दिवस पर वीर सैनिकों को श्रद्वाजंलि दी गई। कारगिल युद्व में देश के 527, उत्तराखंड राज्य के 75 तथा चमोली जनपद के 11 जवानों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया था।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने देश के अमर शहीदों को नमन करते हुए कहा कि कारगिल युद्ध में देश की सीमाओं की रक्षा के लिए वीर सैनिकों के बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा। शौर्य दिवस के अवसर पर कारगिल शहीद कृपाल सिंह के पुत्र अमित रावत एवं श्रीलंका में शहीद सुरेन्द्र सिंह की पत्नी शांति राणा को शाॅल भेंट कर सम्मानित किया गया।
सहायक जिला सैनिक कल्याण अधिकारी सूबेदार (औ0 सूबेदार मेजर) कलम सिंह ने कहा कि कारगिल के दुर्गम क्षेत्र में पाकिस्तानी सेना के घुसपैठियों/सैनिकों को 26 जुलाई को भारतीय सैनिकों ने अपने अदम्य साहस का प्रर्दशन करते हुए मार भगाया। इस अभियान में चमोली जनपद के 11 सैनिकों ने अपना अमूल्य प्राणों का बलिदान दिया। शौर्य दिवस के अवसर पर गोपेश्वर नगर पालिका अध्यक्ष सुरेन्द्र लाल, संयुक्त मजिस्ट्रेट अभिनव शाह, एडीएम हेमंत वर्मा, सीओ पुलिस धनसिंह तोमर, अन्य जिला स्तरीय अधिकरियों सहित सामाजिक कार्यकर्ता मुरारी लाल एवं गणमान्य नागरिकों ने कारगिल शहीदों को नमन करते हुए श्रद्वासुमन अर्पित किए।