ऊखीमठ। तल्ला नागपुर के जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों की बैठक चोपता चांदधार में जिला पंचायत सदस्य सुनीता बर्त्वाल की अध्यक्षता में समपन्न हुई। बैठक में जनप्रतिनिधियों ने शासन – प्रशासन पर तल्ला नागपुर क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि शासन – प्रशासन की अनदेखी के कारण तल्ला नागपुर क्षेत्र विकास मीलों दूर है जिसका खामियाजा स्थानीय जनता के साथ युवाओं को भुगतना पड़ रहा है। बैठक में निर्णय लिया गया है पूर्व मुख्यमंत्रियों द्वारा तल्ला नागपुर क्षेत्र चहुंमुखी विकास के लिए दर्जनों घोषणायें की गयी थी मगर घोषणाओं पर अमल न होने से घोषणायें फाइलों में कैद रह गयी है।
तल्ला नागपुर के चोपता चांदधार में आयोजित बैठक को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि आजादी के 70 दशक बाद भी तल्ला नागपुर विकास की बाट जोह रहा है जबकि कई पूर्व मुख्यमंत्री तल्ला के अन्तर्गत महाविद्यालय, तहसील स्थापना, 20 बैण्ड वाले स्वास्थ्य केन्द्र, ए एन एम टैंनिग सेन्टर सहित कई घोषणायें कर चुके हैं मगर आज तक उन घोषणाओं पर अमल न होने से क्षेत्रवासी अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं। वक्ताओं ने कहा कि क्षेत्रीय जनता लम्बे समय से तल्ला नागपुर के अन्तर्गत पृथक विकासखंड की स्थापना की मांग करती आ रही है मगर आज तक पृथक विकासखंड की स्थापना नहीं हो पायी है।
वक्ताओं ने कहा कि क्षेत्र में तीर्थाटन व पर्यटन की अपार सम्भावनाये है तथा क्षेत्रीय जनता द्वारा लम्बे समय से तल्ला नागपुर के के अन्तर्गत अन्य तीर्थ स्थलों को कार्तिक स्वामी पर्यटन सर्किट से जोड़ने तथा क्षेत्र के पर्यटक स्थलों को विकसित करने की मांग को भी अनसुना किया जा रहा है। वक्ताओं ने कहा कि यदि प्रदेश सरकार व पर्यटन विभाग फलासी – कार्तिक स्वामी, खडपतियाखाल – नैणी देवी, घिमतोली – नैणी देवी पैदल ट्रैकों को विकसित करने तथा क्षेत्र में होम स्टे योजना को बढ़ावा देने की कवायद करती है तो युवाओं के सन्मुख स्वरोजगार के अवसर मिलने के साथ ही क्षेत्र का चहुंमुखी विकास हो सकता है।
बैठक में निर्णय लिया गया है पूर्व मुख्यमंत्रियों द्वारा की गयी घोषणाओं पर अमल करने के लिए क्षेत्रीय जनता का एक शिष्टमंडल शीघ्र मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात करेगा तथा उसके बाद भी यदि पूर्व में की गयी घोषणाओं पर अमल नही हुआ तो क्षेत्रीय जनता अपने हकों को पाने के लिए सड़कों पर उतरने के लिए बाध्य हो जायेगी। बैठक में प्रताप मेवाल, महेन्द्र सिंह नेगी, लक्ष्मण सिंह बर्त्वाल, दीप राणा, पूर्ण सिंह नेगी, पंचम सिंह नेगी, बचन सिंह बर्त्वाल, मनवर सिंह सजवाण,बृजमोहन बिष्ट, दीपक भण्डारी, शूरवीर खत्री, जीतराम कुनियाल, मनवर सिंह राणा, जगमोहन मेवाल, भ्युराज सिंह बर्त्वाल, मानवेन्द्र बर्त्वाल, गोकुल लाल टमटा, बृज लाल, बसन्ती देवी, अर्जुन सिंह नेगी सहित विभिन्न गांवों के जनप्रतिनिधि व ग्रामीण मौजूद रहे।