मंत्री पर्यटन, सिंचाई, लघु सिंचाई, जलागम प्रबंन्धन एवं संस्कृति, बाढ़ नियंत्रण/जनपद के प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज ने जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेते हुए विकास कार्यो के लिए अवमुक्त धनराशि का शत प्रतिशत व्यय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
कोविड की तीसरी लहर के दृष्टिगत प्रभारी मंत्री ने सभी तैयारियां पूरी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोविड के नए डेल्टा वेरिएंट की जानकारी सभी सीएमओ को नियमित रूप से मिले इसके लिए भारत सरकार से बेबसाइट तैयार करने का अनुरोध किया जाएगा। ताकि इसके संक्रमण और प्रसार पर नजर रखी जा सके। प्रभारी मंत्री ने सभी विभागों को सरकार के विकास कार्यो में तेजी लाने तथा जनप्रतिनिधियों द्वारा रखी समस्याओं का त्वरित निस्तार करने के निर्देश दिए। कहा कि इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न हो। प्रभारी मंत्री ने लोक निर्माण विभाग को हिदायत दी की सड़क निर्माण कार्यो को तेजी से पूरा करें। वन विभाग में सड़कों के लंबित प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण किया जाए। इसके अतिरिक्त निर्मित सड़कों पर नालियों की सफाई की जाए ताकि पानी रूकने से सड़के क्षतिग्रस्त न हो। यात्रियों की सुविधा के लिए सड़क किनारे साइनेज के माध्यम से प्रमुख स्टेशनों, पेट्रोल पम्प की दूरी एवं अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदर्शित की जाए। जल निगम को पेयजल योजनाओं के निर्माण में पीपीआर पाईप का इस्तेमाल करने पर जोर दिया। बताया इस पाइप के इस्तेमाल से पानी की लिकेज की समस्या दूर होगी साथ ही यह लंबे समय तक टिकाऊ भी है। प्रभारी मंत्री ने होम स्टे संचालन हेतु प्राप्त प्रस्तावों पर त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश पर्यटन विभाग को दिए। साथ ही भविष्य में सरकारी भवनों का पहाडी शैली में निर्मित कराने पर जोर दिया।
आपदा राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा करते हुए प्रभारी मंत्री ने कहा कि दैवीय आपदा से जो भी परिवार प्रभावित होते है उनको समय से राहत एवं अहैतुक सहायता राशि का वितरण सुनिश्चित किया जाए। साथ ही जिन परिवारों को खतरा है उनको समय से सुरक्षित स्थानों पर विस्थापित करें।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने मा0 मंत्री को जनपद के विकास कार्यो की प्रगति से अवगत कराया। बताया कि जिला योजना में शतप्रतिशत धनराशि विभागों को अवमुक्त कर दी गई है और विभागों द्वारा 30.71 प्रतिशत अभी तक व्यय कर लिया गया है। कोविड के तीसरी लहर के दृष्टिगत बच्चों के लिए ऑक्सीजन युक्त 101 बेड तैयार किए गए है। बाल रोगियों के तिमारदारों के लिए रहने की व्यवस्था की गई है। जल जीवन मिशन के 529 परियोजनाओं में से 426 कार्य पूर्ण हो गए है। आपदा से निपटने के लिए सभी विभागों में उपलब्ध संशाधनों का समावेश करते हुए तहसील में आवश्यक उपकरण, सर्च लाईट, स्ट्रेचर, वुड कटर आदि सामान उपलब्ध कराया गया है। अवरूद्व होने वाले मोटर मार्गो को सुचारू करने के लिए 131 जेसीबी मशीन अलग अलग स्थानों पर तैनात की गई है। स्वरोजगार योजनाओं में पीएमईजीपी के तहत 185, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत 270, वीर चन्द्र सिंह गढवाली पर्यटन स्वरोजगार योजना के तहत 12, होम स्टे के तहत 14, मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार के तहत 54 तथा जिला स्वरोजगार योजना के तहत 11782 लोगों को लाभान्वित किया गया है। इस दौरान जिलाधिकारी ने सभी योजनाओं की प्रगति, आपदा एवं कोविड की तैयारियों, नवाचारी कार्यो के संबध में विस्तार से जानकारी दी गई। स्वास्थ्य सुविधा एवं कोविड के दृष्टिगत जिलाधिकारी ने प्रभारी मंत्री से महिला बेस चिकित्सालय सिमली के संचालन हेतु पदों का सजृन तथा जीएमवीएन द्वारा गोपेश्वर में संचालित पेट्रोल पम्प को अन्यत्र शिफ्ट कराने हेतु भी अनुरोध किया। इससे पूर्व प्रभारी मंत्री के आगमन पर जिलाधिकारी ने शॉल एवं पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया।