ऊखीमठ। कालीमठ घाटी का कुणजेठी गाँव पहली बार यातायात से जोड़ने के कारण ग्रामीणों में भारी उत्साह बना हुआ है तथा घाटी का ही ब्यूखी गाँव भी शीध्र यातायात से जुड़ने जा रहा है। उसके बाद कालीमठ घाटी का स्यासू व चिलौण्ड गाँव यातायात से जुड़ना शेष रह जायेगा। ब्यूखी गाँव के पहली बार यातायात से जुड़ने से ग्रामीणों में भारी उत्साह व उमंग बनी हुई है।
बता दें कि पीएमजीएसवाई के जग्गी बगवान मोटर मार्ग से लगभग 4 करोड़ 22 लाख रुपये की लागत से 7 : 5 किमी कुणजेठी – ब्यूखी मोटर निर्माण का उद्घाटन 21 जनवरी को केदारनाथ विधायक मनोज रावत, पूर्व विधायक शैलारानी रावत व आशा नौटियाल की मौजूदगी में किया गया था। मोटर मार्ग का निर्माण कार्य लगभग दो किमी पूरा होने पर कालीमठ घाटी का कुणजेठी गाँव पहली बार यातायात से जुड़ गया है तथा मोटर का चार किमी शेष कार्य पूरा होने पर ब्यूखी गाँव भी यातायात से जुड़ जायेगा! दोनों गांवों के यातायात से जोड़ने के बाद जहाँ ग्रामीणों को आवागमन करने, भवनों के निर्माण में सहूलियत मिलेगी वही ब्यूखी सिद्धपीठ काली शिला का सफर भी मात्र तीन किमी रह जायेगा जिससे स्थानीय तीर्थाटन व्यवसाय में इजाफा होने के साथ होम स्टे योजना को भी लाभ मिलेगा। प्रधान कुणजेठी दिलवर सिंह रावत ने बताया कि मोटर मार्ग का निर्माण कार्य दो किमी पूरा होने पर कुणजेठी गाँव पहली बार यातायात से जुड़ गया है तथा इसी मोटर से खेती तोक व गाँव के मध्य मनणामाई तीर्थ के लिए भी लिंक मोटर मार्गों का निर्माण होना है।
प्रधान ब्यूखी सुदर्शन राणा ने बताया कि मोटर मार्ग का निर्माण कार्य गतिमान है तथा शीघ्र ही ब्यूखी गाँव यातायात से जुड़ जायेगा। पूर्व प्रधान पुष्कर सिंह राणा ने बताया कि यदि ब्यूखी गाँव यातायात से जुड़ता है तो सिद्धपीठ काली शिला जाने वाले श्रद्धालुओं को कालीमठ – काली शिला सात किमी पैदल सफर करने के बजाय मात्र किमी दूरी तय करनी पड़ेगी जिससे क्षेत्र में तीर्थाटन व्यवसाय में इजाफा होने के साथ होम स्टे योजना को भी बढा़वा मिलेगा। वन पंचायत सरपंच ब्यूखी गब्बर सिंह असवाल ने बताया कि आजादी के बाद ब्यूखी गाँव पहली बार यातायात से जुड़ने जा रहा है इसके लिए वर्तमान व पूर्व जनप्रतिनिधियों का सहयोग सराहनीय रहा है। पण्डित सचिदानंद सेमवाल ने बताया कि कुणजेठी गाँव के यातायात से जुड़ने से पूर्व ग्रामीणों को आवागमन करने में भारी परेशानियां उठानी पड़ती थी तथा निर्माणाधीन भवनों की लागत कई गुणा अधिक पहुंच जाती थी। महिला मंगल दल अध्यक्ष कुणजेठी मंजू देवी ने बताया कि सभी जनप्रतिनिधियों व कालीमठ घाटी के जनमानस को स्यासू व चिलौण्ड गांवों को भी यातायात से जोड़ने की सामूहिक पहल करनी होगी।