साल का पहला “हाईक द हिमालया” का ट्रैकिंग दल,हनुमानचट्टी-कुंठखाल-काग भूषण्डि ताल होकर लौटा
संजय कुंवर गोविंदघाट(जोशीमठ)
कोरोना की लहर कम होते ही सीमांत क्षेत्र जोशीमठ के उच्च हिमालयी ट्रैकिंग रुटों पर फिर से पथरोहियों की हलचल शुरू होने लगी है। इस साल का पहला 4 सदस्यीय ट्रेकिंग दल हनुमान चट्टी से कुंठखाल से होते हुवे फूलों की घाटी ट्रेक को पार कर काग भूषण्डि ताल होकर करीब 50 किलोमीटर की ट्रेकिंग पूरी कर सुरक्षित गोविंदघाट लौट आया है।
स्थानीय एडवेंचर एजेन्सी हाईक द हिमालया के युवा पथारोही और अभियान दल के टीम लीडर अमन मेहता ने बताया कि उनके साथ ग्रुप में संतोष राणा, सूरज मेहता, नीरज थे। उन्होंने बताया कि पहले दिन वाहन से गोविंदघाट होकर हनुमान चट्टी पहुंचे। हनुमान चट्टी से ट्रैक शुरू कर सिमरू खर्क पहले दिन की कैंपिंग की गई। वहीं दूसरे दिन- सिमरू खर्क से कुंठखाल घाटी और तीसरे दिन दल फूलों की घाटी पहुंचकर रात्रि में घांघरिया में रुके। चौथे दिन भ्यूंडार गांव से सिमरतोली तक का सफर तय किया।
वही पांचवें दिन राजखर्क एवं छठे दिन – मछी ताल होते हुए कागभुसन्डी ताल का सफर किया।अंतिम दिन दल कागभुशुण्डि ताल से होते हुवे पेन्का गांव से फिर गोविंदघाट में यात्रा का समापन किया।
उन्होंने बताया कि ट्रैक की शुरुआत – 1 जुलाई एवं समापन – 7 जुलाई को हुवा। वही ट्रेक में पड़ने वाले हाथी घोड़ी पर्वत, बरमल, नीलकंठ चौखम्बा,आदि पर्वतों के खूब सूरत व्यू का आनंद लिया और काग भूषण्डि ताल का लुफ्त भी उठाया।