ऊखीमठ। विगत दिनों ब्रह्मलीन हुए तुंगनाथ धाम के परम साधक मुकेश गिरी ( किडिकबम) की पुण्य स्मृति में उनके शिष्यों द्वारा षोडशी का आयोजन तुंगनाथ धाम में किया गया। इस दौरान उनके उत्तराधिकारी राकेश गिरी का वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पट्टाभिषेक किया गया तथा साधु – सन्तों के लिए भण्डारे का आयोजन किया गया। जानकारी देते हुए शिक्षाविद धीर सिंह नेगी ने बताया कि मुकेश गिरी ने लगभग 30 वर्षों तक भगवान तुंगनाथ के धाम तथा शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ के निकट जूकानी तीर्थ में कठोर तपस्या की तथा धीरे – धीरे वे किडिकबम नाम से विख्यात हुए। बताया कि विगत दिनों मुकेश गिरी की तबीयत अचानक खराब हुई तो इलाज के दौरान वे ब्रह्मलीन हो गये।
प्रधान मक्कूमठ विजयपाल नेगी ने बताया कि मुकेश गिरी के सहयोग से समय – समय पर विभिन्न क्षेत्रों में विशाल धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन विश्व शान्ति के लिए किया जाता रहा तथा भगवन तुंगनाथ की असीम कृपा से उन्हें लगभग तपस्या के 12 वर्षों बाद सिद्धि प्राप्त हो गई थी। अनिल जिरवाण ने बताया कि शुक्रवार को मुकेश गिरी की पुण्य स्मृति में तुंगनाथ धाम में पोड्शी का आयोजन कर प्रतीक समाधि दी गयी तथा उनके उत्तराधिकारी राकेश गिरी का वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पट्टाभिषेक किया गया। बताया कि षोडशी व पट्टाभिषेक की रश्म पण्डित सुरेन्द्र प्रसाद मैठाणी द्वारा अदा की गयी। तुंगनाथ धाम के मठापति राम प्रसाद मैठाणी ने बताया कि मुकेश गिरी के शिष्यो द्वारा भण्डारे साधु सन्तों के लिए भण्डारे का आयोजन किया गया तथा पूरी पूर्व विधायक श्रीमती आशा नौटियाल द्वारा साधु – सन्तों को कम्बल व दक्षिणा की गई।
इस मौके पर सुरेन्द्र असवाल, कृष्णा शर्मा, प्रधान महावीर सिंह नेगी, हर्षवर्धन सेमवाल, अरविन्द रावत, सरस्वती गिरी, रमेश नौटियाल, प्रेम सिंह राणा, शारदा नौटियाल, विनोद बिष्ट, मनोज मैठाणी, प्रबन्धक नरेन्द्र सिंह नेगी, मनोज शर्मा, बीरेन्द्र भण्डारी, मदन सिंह राणा सहित आठ सदस्यीय सन्त समाज मौजूद रहे।