रैंणी :सातवें दिन भी मलारी बोर्डर रोड बंद,बिन बिजली,पानी के स्कूल में विस्थापित वल्ली रैंणी के प्रभावित परिवार
संजय कुँवर रैंणी जोशीमठ
भारत चीन – सीमा को जोड़ने वाला एक मात्र बोर्डर रोड नीति मलारी हाईवे रैंणी में आज सातवें-आठवें दिन भी बन्द है। वहीं BRO कर्मी लगातार वैली व्रिज को ऋषि गंगा के कटाव से बचाने में जुटी है। पिछले 7 दिनों से ऋषि गंगा घाटी में बरस रही आसमानी आफत के चलते रैंणी क्षेत्र के ग्रामीणों की मुश्किलें थमने का नाम नही ली रही है। ऋषि गंगा के तेज प्रवाह से हुए भू धँसाव ने वल्ली रैंणी गाँव के ग्रामीणों को अपने घर खेत खलिहान छोड़ने को मजबूर कर दिया है।
बारिश के बीच प्रभावित ग्रामीण अपने आशियाँनें छोड़ प्रशासन के द्वारा पल्ली रैंणी के राजकीय प्राथमिक और जूनियर स्कूल में बनाये वैकल्पिक विस्थापन शिविर में शरण लेने को मजबूर हैं। प्रभावित ग्रामीणों का कहना है कि गाँव के आपदा प्रभावित डेढ़ दर्जन परिवारों को फिलहाल प्रशासन ने पल्ला रैंणी की सरकारी स्कूलों में महज बिछाने के लिए कुछ गद्दे/मेट्रस देकर विस्थापित करा हुआ है। जहाँ ये परिवार मूसलाधार बारिश में बिना बिजली और पानी के हताश और डरे सहमे हुए प्रकृति की इस दोहरी मार का दंश झेलने को मजबूर हैं। स्कूल में शरण लिए प्रभावित परिवारों के लिए बिजली पानी सहित खाद्यान, गैस सेलेंडर, कैरोसिन,मेडिकल सुविधा की मुख्य रूप से जरूरत पड़ रही है लेकिन प्रशासन की और से अभी तक इस तरह की व्यवस्था नही हुई है।