
सौर ऊर्जा को बढ़ावा : रुद्रप्रयाग में एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित
ऊखीमठ : उत्तराखंड सरकार द्वारा अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने और सौर ऊर्जा योजनाओं के प्रति आम जनता को जागरूक करने के उद्देश्य से ऊर्जा विभाग एवं उरेडा द्वारा विकास भवन सभागार में एक दिवसीय सौर ऊर्जा कार्यशाला का आयोजन किया गया। अपर सचिव ऊर्जा एवं निदेशक उरेडा श्रीमती रंजना राजगुरु के निर्देशन में आयोजित इस कार्यशाला में रुद्रप्रयाग के विधायक श्री भरत सिंह चौधरी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।इस कार्यशाला का उद्देश्य सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना, विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी देना और अधिक से अधिक लोगों को सौर ऊर्जा अपनाने के लिए प्रेरित करना था। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी, सौर ऊर्जा योजनाओं के लाभार्थी, एवं जनपद के दूरदराज के गांवों से आए ग्रामीण उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए विधायक श्री भरत सिंह चौधरी ने सरकार की योजनाओं के अंतर्गत लाभ प्राप्त कर रहे लोगों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना के तहत भरत भूषण (निवासी बसुकेदार), शुभम रौथाण (निवासी कांडई), मर्गागी रावत (निवासी कांडई) सहित अन्य लाभार्थियों को प्रशस्ति पत्र वितरित किए।इसके साथ ही प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत लाभार्थियों को ₹51,000 की आर्थिक सहायता राशि के चेक भी प्रदान किए गए।इसके साथ ही दर्शनी देवी द्वारा लगाए गये 200 किलोवाट सौर संयंत्र से हुई आय का 1 लाख 60 का चैक भी प्रदान किया गया। इस अवसर पर विधायक रुद्रप्रयाग भरत सिंह चौधरी ने कहा कि सौर ऊर्जा न केवल पर्यावरण संरक्षण बल्कि आर्थिक विकास का भी मुख्य साधन है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चला रही है, जिससे आम जनता को सस्ती और स्थायी ऊर्जा उपलब्ध कराई जा सके। उन्होंने कहा की सौर ऊर्जा से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे। सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी और अन्य लाभों का अधिक से अधिक लोगों को फायदा उठाना चाहिए, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें और अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं को खुद पूरा कर सकें।कार्यक्रम में विधायक श्री भरत सिंह चौधरी ने सौर ऊर्जा प्रचार-प्रसार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।ये वाहन जनपद के तीनों विकासखंडों के ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर सौर ऊर्जा योजनाओं की जानकारी देंगे और ग्रामीणों को सौर ऊर्जा अपनाने के लिए प्रेरित करेंगे।उन्होंने इस दौरान कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए प्रचार अभियान बेहद जरूरी है। सरकार की योजनाओं के बारे में सही जानकारी मिलने पर अधिक लोग इसका लाभ उठा सकेंगे और सौर ऊर्जा को अपनाकर आत्मनिर्भर बन सकेंगे।
कार्यक्रम में उरेडा के वरिष्ठ परियोजना अधिकारी राहुल पंत ने राज्य और केंद्र सरकार द्वारा संचालित विभिन्न सौर ऊर्जा योजनाओं की जानकारी दी।उन्होंने बताया कि उत्तराखंड सरकार मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना चला रही है ।इस योजना के तहत इच्छुक व्यक्तियों को सोलर प्लांट लगाने के लिए आर्थिक सहायता और सब्सिडी प्रदान की जाती है,इसके साथ साथ प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत सब्सिडी प्रदान की जाती है जिससे लोग अपने घरों में सौर ऊर्जा संयंत्र लगा सकें।सोलर वाटर हीटर योजना के तहत सौर ऊर्जा से चलने वाले वॉटर हीटर उपलब्ध कराए जाते हैं, जिससे बिजली की खपत में कमी आती है।उन्होंने कहा कि सरकार की इन योजनाओं का उद्देश्य सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना, आम जनता को बिजली के खर्च से राहत देना और राज्य को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाना है।
कार्यक्रम के दौरान सौर ऊर्जा विशेषज्ञ पंकज करगेती ने कार्यशाला में उपस्थित लोगों को सौर ऊर्जा की उपयोगिता, इसके पर्यावरणीय और आर्थिक लाभों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सौर ऊर्जा न केवल सस्ती और पर्यावरण अनुकूल है, बल्कि यह ऊर्जा आत्मनिर्भरता की ओर भी एक महत्वपूर्ण कदम है।उन्होंने सौर ऊर्जा से जुड़े उपकरणों, उनके रखरखाव, ऊर्जा उत्पादन और सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी एवं आर्थिक सहायता पर भी चर्चा की। उन्होंने यह भी बताया कि सौर ऊर्जा से बिजली बिल में कमी, रोजगार के नए अवसर, और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल सकती है। इस दौरान जिला विकास अधिकारी अनिता पंवार, ईओ नगर पालिका रुद्रप्रयाग सुनील राणा, डीपीआरओ प्रेम सिंह रावत, सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों एवं जनपद के विभिन्न गांवों से आए लाभार्थी और ग्रामीणों ने भी कार्यशाला में भाग लिया।