
संजय कुंवर
ज्योतिर्मठ : पांच सूत्रीय मांगों को लेकर नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क जोशीमठ के अधिकारियों और वन आरक्षी संघ का कार्य बहिष्कार एवं धरना प्रदर्शन शांति पूर्वक जारी।
उत्तराखंड अधिनस्थ वन सेवा नियमावली 2016 को पुनः लागू करने के साथ वेतन विसंगति,पदोन्नति,सहित वन दरोगा सीधी भर्ती को तत्काल रोकने सहित 5 सूत्रीय लंबित मांगों को लेकर नन्दा देवी राष्ट्रीय पार्क के वन बीट अधिकारीयों और वन आरक्षियों के संयुक्त संघ का अनिश्चित कालीन शांति पूर्वक धरना प्रदर्शन और कार्य बहिष्कार आंदोलन अब गति पकड़ने लगा है। बात अगर नन्दा देवी राष्ट्रीय पार्क के तहत आने वाले ज्योतिर्मठ क्षेत्र की विश्व धरोहर स्थल नन्दा देवी राष्ट्रीय पार्क की करें तो यहां के बफर जोन और कोर जोन ट्रैकिंग जोन की वन्य जीव संरक्षण सहित वन सम्पदा की सुरक्षा इस हड़ताल के चलते खटाई में पड़ गई है। पहाड़ों में 15 फरवरी से फायर सीजन भी शुरू होने को है ऐसे में कैसे वन और वन्य जीवों की सुरक्षा संभलेगी ये वन महकमें के लिए चुनौती होगी। इधर वन बीट अधिकारी और वन आरक्षी संघ के वन कर्मियों द्वारा प्रदेश सरकार के साथ अब अपनी मांगों के सापेक्ष दबाव बनाते हुए धरना-प्रदर्शन भी तेज कर दिया है। वन बीट अधिकारी मन मोहन सिंह भंडारी,अजय सिंह, आदि का कहना है कि उनकी प्रमुख मांगों में वन आरक्षी वर्दी नियमों में संशोधन सहित एक स्टार कॉम्पैक्ट वर्दी की मांग के अलावा वन विभाग के फ्रंट लाइन स्टाफ को 24 x 7 दिन कार्य करने का एक माह का अतिरिक्त वेतन दिए जाने और वन बीट अधिकारियो के लिए बेहतर ओर अधिक सुरक्षा उपाय किए जाने की मांग के अलावा सभी फील्ड कर्मचारियों को आवास भत्ता प्रदान करने की मांग भी रखी गई है। कार्य बहिष्कार धरना स्थल नन्दा देवी राष्ट्रीय पार्क कार्यालय डिविजन ज्योतिर्मठ में आज संघ के अध्यक्ष चंद्र मोहन राणा, उपाध्यक्ष नरेंद्र सिंह, महामंत्री नागेंद्र सिंह पंवार, कोषाध्यक्ष सुशील चौहान सहित, रोशनी , सीमा, सुशीला,रीना, दिनेश चंद्र भट्ट, अरविंद कुंवर, मान सिंह राणा, आनंद सिंह रावत, ललित मोहन बड़वाल, कलम सिंह रावत, अजय सिंह रावत, देवेंद्र बड़वाल, रमेश चंद्र ममगाई, सोनू कुमार, रोहित कुमार, प्रीतम रावत, मनोज भट्ट, कलम सिंह बिष्ट आदि शामिल रहे।