ऊखीमठ। क्यूजा घाटी के कोटखाल हरिनगर में आयोजित 10 दिवसीय श्रीराम कथा के तीसरे दिन सैकड़ों श्रद्धालुओं ने श्रीराम कथा में शामिल होकर पुण्य अर्जित किया। श्री राम कथा के आयोजन से क्यूजा घाटी का वातावरण भक्तिमय बना हुआ है । श्रीराम कथा के दूसरे दिन कथावाचक राधिका केदारखण्डी ने मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीरामचंद्र के जीवन चरित्र का गुणगान करते हुए कहा भगवान श्रीराम ने वनवास के दिनों का कष्ट भी बड़े धैर्य से बिताये इसलिए हमे भी उनके पद चिन्हों की प्रेरणा लेकर दुःखो का सामना करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि रामायण लिखा हुआ है कि जहाँ सुमति तहां सम्पत्ति नाना, जहाँ कुमति वहाँ विपत निदाना ! अर्थात जिस घर में शुद्ध मन से भगवान श्रीरामचंद्र जी का स्मरण होता है उस घर में हमेशा सुख ही सुख मिलता है ! कथावाचक राधिका केदारखण्डी ने कहा कि भगवत भक्ति के लिए काम, क्रोध ,लोभ ,मोह , अहंकार का त्याग जरूरी है क्योंकि ये हमेशा भक्ति के मार्ग में बाधक बने रहते है ! उन्होंने कहा कि धर्म के मार्ग में हमेशा बाधायें उत्पन्न होती है मगर सत्य परेशान रह सकता है पराजित नही! श्रीराम कथा में नागेश्वरी कीर्तन मण्डली के संयोजक हरिहरा नन्द गिरी, ऋषिराज, विवेक, नवीन जोशी द्वारा संगीत पर साथ दिया जा रहा है ! इस मौके पर गया दत्त नौटियाल, आशुतोष नौटियाल, श्रीराम कथा सचिव रघुवीर सिंह बिष्ट, अवतार सिंह नेगी, कृष्णा देवी, रधुनाथ सिंह नेगी, रामचंद्र सिंह नेगी, लक्ष्मण सिंह नेगी,सरोप सिंह नेगी,भरत सिंह नेगी,बबीता देवी, रविन्द्र सिंह, बिक्रम सिंह, राज किरण, नरेश,विजय पोखरियाल, कमल सिंह संध्या, हरिशंकर, प्रदीप सिंह, आशा देवी, भुवनेश्वरी देवी, हेमलता देवी, सुनीता देवी सहित सैकड़ों राम भक्त मौजूद थे!