रैंणी – ऋषि गंगा जल प्रलय के मलवे में समाए भगवती मंदिर की माँ काली की दुर्लभ मूर्ती को ग्रामीणों ने श्रमदान कर खोज निकाला
संजय कुँवर ऋषि गंगा घाटी रैंणी
ऋषि गंगा घाटी के ग्रामीणों को 7फरवरी के भीषण जल प्रलय से मिले जख्मों के बाद आज 56वें दिन ही सही ऋषि गंगा घाटी के वाॅशिंदों को सुकूँन भरी खबर मिली है। दरअसल 7फरवरी की हिम आपदा में ऋषि गंगा में आये जल सैलाब के आगोश में नीति घाटी की प्रसिद्ध माँ रैंणी की भगवती काली मंदिर भी समा गया थी। जिसको लेकर आज ऋषि गंगा घाटी के 7ग्राम सभाओं के जागरूक ग्रामीणों द्वारा श्रमदान करते हुए अपनी आराध्या देवी की पौराणिक मूर्ती को बोल भगवती काली मैय्या की जयकारे के साथ अथक प्रयासों से टनों मलवे के बीच से ढूंढ कर बाहर निकाल दिया है।
माँ भगवती की दबी मूर्ती मिलने की खबर मिलते ही ऋषि गंगा घाटी के ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई है। अपनी आराध्या देवी की एक झलक दर्शन पाने के लिए लोगों की भारी भीड़ मोके पर लगी हुई है। ग्रामीणों की मानें तो आने वाले शुभ मुहूर्त पर ऋषि गंगा घाटी के ग्रामीणों द्वारा मूर्ति का पुनः वैदिक रीति रिवाजानुसार प्राण प्रतिष्टा नये मंदिर निर्माण आदि जो भी धार्मिक कार्य करना होगा वो सामूहिक रूप से पंचायत के बाद तय किया जायेगा।