ज्योतिर्मठ : सीमांत क्षेत्र की बेटी गार्गी उनियाल के जज्बे और जुनून को सलाम, अब भरेगी आसमान में हौसले की उड़ान।
इंडियन एयर फोर्स में फ्लाइंग ऑफिसर पद पर हुआ चयन, नगर में खुशी का माहौल
संजय कुंवर
जोशीमठ : चमोली जनपद के सीमांत पैनखंडा ज्योतिर्मठ के सुनील गांव की होनहार और लगनशील बेटी गार्गी उनियाल का चयन भारतीय वायु सेना में फ्लाइंग ऑफिसर के पद पर हो गया है। पैनखंडा क्षेत्र की बेटी गार्गी उनियाल के इंडियन एयर फोर्स में फ्लाइंग ऑफिसर बनने की खबर के बाद जोशीमठ क्षेत्र में खुशी का माहौल है और हो भी क्यूं न आखिर जोशीमठ की बेटी गार्गी उनियाल ने अपने मजबूत इरादों और कड़ी मेहनत, लक्ष्य प्राप्त करने के लिए अडिग हौसले की उड़ान को सही दिशा देते हुए आज ये मुकाम हासिल किया है।
बता दें की गार्गी उनियाल के पिता दिनेश उनियाल भी एडवेंचर टूरिज्म से जुड़े हुए है और जाने माने पर्वतारोही भी हैं, और माता पूनम देवी एक कुशल गृहणी है,पिछले तीन दशकों से जोशीमठ में पर्यटन कारोबार चलाने वाले गार्गी के पिता दिनेश उनियाल ने बताया कि गार्गी की एजुकेशन ज्योति विद्यालय जोशीमठ से शुरू हुए और केंद्रीय विद्यालय जोशीमठ से इंटर की परीक्षा पास आउट करने के बाद गार्गी ने कंप्यूटर साइंस में इंजिनियरिंग की डिग्री गोविंद बल्लभ पंत इंस्टीट्यूट ऑफ इंजिनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी घुड़दौड़ी पौड़ी गढ़वाल से हाल ही में पूरी की थी। उन्होंने बताया की ये उनकी बहादुर बेटी गार्गी का ही एयर फोर्स में जाने का ही जुनून था जो उनको आज यहां तक खींच ले आया है। अपने लक्ष्य के प्रति संजीदा रहने वाली गार्गी को यह सफलता उनके पहले ही प्रयास में मिली है, जबकि इस परीक्षा में पहले प्रयास में मुकाम पाना बहुत कठिन कार्य होता है। इस पद पर गार्गी का चयन AFCAT एग्जाम्स,SSB इंटरव्यू,मेडिकल, ऑर्डर ऑफ मेरिट जैसे बड़ी बाधाओं को पार करने के बाद ही इस दिसंबर 2024 कोर्स की फाइनल मेरिट लिस्ट में आया है। गार्गी के पिता दिनेश उनियाल बताते हैं कि गार्गी ने AFCAT परीक्षा 4 बार और CDS एक्जाम को दो बार क्लियर किया है। इससे साफ जाहिर होता है की गार्गी का जुनून किस कदर इंडियन एयर फोर्स को ज्वानिंग करने का रहा है। सीमांत नगर जोशीमठ की बिटिया गार्गी उनियाल का भारतीय वायु सेना में चयन होने तक का सफर इस तरह रहा है, जो क्षेत्र के लिए बड़े गौरव की बात है और ये एक प्रेरणा स्रोत भी बन चुकी हैं। आज क्षेत्र के लिए कि बेटियों को कमतर न आंका जाय अगर जोश जज्बे हौसले के साथ-साथ सीमांत की हर एक बेटी में गार्गी के जैसे लक्ष्य प्राप्त करने का जुनून जागे और अपनी लगन और दृढ़ निश्चय और मेहनत के बलबूते सफलता कैसे हासिल होती है वो आज जोशीमठ को बेटी गार्गी उनियाल ने कर दिखाया है। वहीं गार्गी भी अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता पिता के साथ साथ अपने गुरुजनों और अपने सभी साथियों को देती है, साथ ही गार्गी उनियाल ने आने वाले स्टूडेंटों को ये संदेश दिया है कि वो भी एयर फोर्स को ज्वाइन करें, कोई भी लक्ष्य बड़ा नहीं होता आप दिल से मेहनत कीजिए आपको सफलता जरूर हासिल होगी। बता दें कि जोशीमठ की जाबांज बेटी गार्गी उनियाल की ट्रैनिंग 30 दिसंबर से एयर फोर्स ट्रेनिग सेंटर हैदराबाद में शुरू होने जा रही है।