लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : पंच कार्यवारियान हक – हकूकधारी समिति मद्महेश्वर धाम गौण्डार ने बदरी – केदार मन्दिर समिति पर द्वितीय केदार मद्महेश्वर धाम की उपेक्षा का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि मद्महेश्वर धाम में तीर्थ यात्रियों की संख्या व मद्महेश्वर धाम की आय में प्रति वर्ष भारी वृद्धि के बाद भी मद्महेश्वर धाम के चहुंमुखी विकास के प्रति मन्दिर समिति कोई ध्यान नही दे रही है जबकि पंच कार्यवारियान हक – हकूकधारी समिति मद्महेश्वर धाम गौण्डार द्वारा बद्री केदार मन्दिर समिति से लगातार मद्महेश्वर धाम में फैली समस्याओं की निराकरण की मांग करती आ रही है फिर मन्दिर समिति मद्महेश्वर धाम के सर्वांगीण विकास के लिए आज तक किसी प्रकार की कार्ययोजना नहीं बना पाई है।
यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में पंच कार्यवारियान हक – हकूकधारी समिति मद्महेश्वर धाम गौण्डार के अध्यक्ष शिवानन्द पंवार ने कहा कि मद्महेश्वर धाम में आज तक सरस्वती कुण्ड के निकट स्नानागार न होने से महिला तीर्थ यात्रियों को स्नान के बाद कपड़े बदलने के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है तथा कई महिला तीर्थ यात्री स्नानागार के अभाव में सरस्वती कुण्ड में स्नान करने से वंचित रह जाती है। उनका कहना है कि यदि मन्दिर समिति सरस्वती कुण्ड के निकट स्नानागार या फिर बन्द टीन शैट का निर्माण करती है तो महिला तीर्थ यात्रियों को सरस्वती कुण्ड में स्नान करने के बाद कपड़े बदलने में सुविधा मिलेगी तथा हर महिला तीर्थ यात्री को श्रद्धा अनुसार सरस्वती कुण्ड में स्नान करने का पुण्य मिलेगा। उनका कहना है कि मदमहेश्वर धाम के ऊपरी हिस्से में जल मोड़ नालियों का निर्माण न होने से बरसात के समय मन्दिर परिसर में जल भराव की स्थिति बनी रहती है तथा मन्दिर परिसर में जल भराव होने से तीर्थ यात्रियों को दर्शन करने तथा हक – हकूकधारियो को अपने परम्पराओं का निर्वहन करने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। पंच कार्यवारियान हक – हकूकधारी समिति मदमहेश्वर धाम गौण्डार के अध्यक्ष शिवानन्द पंवार का कहना है कि मदमहेश्वर धाम में देवदर्शनी से लेकर अतिथि गृह तक किसी प्रकार के सार्वजनिक शौचालय न होने से तीर्थ यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि दशकों पूर्व मन्दिर समिति की 6 माह की आय समिति थी मगर वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के बाद मदमहेश्वर धाम में तीर्थ यात्रियों की आवाजाही तथा मन्दिर समिति की आय में प्रति वर्ष वृद्धि होने के बाद भी मन्दिर समिति की अनदेखी के कारण मदमहेश्वर धाम पहुंचने वाले तीर्थ यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कहा कि यदि मन्दिर समिति मदमहेश्वर धाम पहुंचने वाले तीर्थ यात्रियों को सुविधा देने के प्रयास करती है तो भविष्य में मदमहेश्वर धाम पहुंचने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या तथा मन्दिर समिति की आय में और अधिक वृद्धि हो सकती है।