बदरीनाथ धाम में ईगास पर्व दीपावली धूमधाम से मनाई गई, ने मंदिर परिसर में जलाए आस्था और श्रद्धा के दीए
संजय कुंवर
भू-बैकुंठ नगरी श्री बदरीनाथ धाम में भी पारंपरिक ईगास दिवाली पर श्रद्धालुओं ने जलाए आस्था श्रद्धा के दिये, मंदिर परिसर के बाहर तीर्थ यात्रियों ने कड़ाके की ठंड के बावजूद बदरीनाथ धाम पहुंच कर श्री बदरी विशाल जी के दर्शनों के बाद मंदिर परिसर में सैकड़ों दीपक जलाए। दीए की रोशनी में बदरीनाथ धाम परिसर जगमगा रहा है। श्रद्धालु शयन आरती तक मंदिर परिसर और सिंह द्वार के बाहर भजन कीर्तन करते हुए श्री हरि नारायण प्रभु की भक्ति में सराबोर नजर आ रहे हैं।
दरअसल पहाड़ में बग्वाल दीपावली के ठीक 11 दिन बाद ईगास मनाने की परंपरा है। लोक मान्यता है कि अनुसार दीपावली के समय गढ़वाल के वीरभड़ माधो सिंह भंडारी के नेतृत्व में गढ़वाल की सेना ने दापाघाट, तिब्बत का युद्ध जीतकर विजय प्राप्त की थी। जब दीपावली के ठीक ग्यारहवें दिन गढ़वाल सेना अपने घर लौटी थी। तब युद्ध जीतने और सैनिकों के घर पहुंचने की खुशी में उस समय दीपावली मनाई थी। ये परंपरा आज भी इगास पर्व के रूप में मनाई जाती है।