केएस असवाल
गौचर : आगामी 14 नवंबर से आयोजित होने वाले प्रदेश स्तरीय गौचर मेले की तैयारियां युद्धस्तर पर शुरू कर दी गई हैं। इसके लिए गौचर मैदान को विषेश रूप से सजाया संवारा जा रहा है।
गौचर के विशाल मैदान में भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन 14 नवंबर से सात दिनों तक आयोजित होने वाले गौचर औद्योगिक विकास एवं सांस्कृतिक मेले की तैयारियां युद्धस्तर पर शुरू कर दी गई हैं। इस बार नव नियुक्त जिलाधिकारी संदीप तिवारी के नेतृत्व में पहली बार आयोजित होने वाले मेले के लिए 10 दिन पहले से ही मैदान में दुकानों के निर्माण के अलावा, सांस्कृतिक मंच के अलावा प्रवेश द्वारों को विषेश रूप से सजाया संवारा जा रहा है। इस बार व्यापार संघ की मांग पर मुख्य बाजार की सभी दुकानों पर निःशुल्क आकर्षक बोर्ड लगाने की योजना को भी अमल में लाने की योजना पर भी का काम किया जा रहा है। सरकार की यह योजना कितनी कारगर साबित होती है इससे स्थानीय व्यापारी कितने संतुष्ट होते हैं यह तो समय ही बताएगा। इस बार भले ही मेला प्रशासन समय से पहले सभी तैयारियों को अंजाम तक पहुंचाने की तैयारियों में जुटा हुआ हो लेकिन पिछले कुछ दिनों पहले दो समुदायों के बीच हुई विवाद के बाद जिस प्रकार से कई समुदाय विशेष के लोगों ने गौचर को अलविदा कह दिया है इससे बाहरी दुकानदार कितने आते हैं इस सबकी नजर लगी हुई है। श्रीनगर का बैकुंठ चतुर्दशी मेला हमेशा से गौचर मेले को प्रभावित करता रहा है। इस बार कई सालों बाद यह मेला भी 14 नवंबर से सात दिनों तक आयोजित होने जा रहा है। बहरहाल जिलाधिकारी संदीप तिवारी व मेला अधिकारी उप जिलाधिकारी कर्णप्रयाग संतोष पाण्डेय मेले की तैयारियों पर पैंनी नजर बनाए हुए हैं।