लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : उपहार समिति गुप्तकाशी केदार घाटी ने तहसील बसुकेदार डांगी गांव निवासी मंजू देवी के दो क्षतिग्रस्त भवनों का सुधारीकरण कर सामाजिक क्षेत्र में संस्था को मजबूत किया है।
डांगी गांव की विधवा मंजू देवी के पति की मौत 3 वर्ष पूर्ण हो चुकी है। उसकी इलाज के दौरान एक किड़नी निकाली गई है। उसकी दो बेटियां है। बड़ी बेटी को अस्थमा की समस्या है तो वहीं छोटी बेटी को आर्थिक विपन्नता के चलते किसी परिवार ने गोद लिया है। मंजू देवी प्रतिमाह अपना और अपनी बेटी के इलाज के लिए श्रीनगर अस्पताल जाती है। डांगी गांव में उनका एक भवन जिस पर एक स्कूल संचालित होता है, वहीं एक व्यावसायिक प्रतिष्ठान है, जो गत कई वर्षों से क्षतिग्रस्त बना हुआ है। दोनों भवनों का छत 40% से अधिक क्षतिग्रस्त थी, वहीं दीवारें और फर्श भी जगह-जगह से उखड़ चुका था। ऐसे में इन भवनों में रहने वाले किरायेदारों ने भवन खाली कर दिया था, जिस कारण मंजू देवी को किराया नहीं मिल पा रहा था। मंजू ने बताया कि वह गत 3 वर्षों से प्रशासन के कई अधिकारियों से मिली, लेकिन उसे कहीं भी राहत नहीं मिली। उपहार समिति के अध्यक्ष विपिन सेमवाल ने बताया कि वह अपनी टीम के साथ डांगी गांव में मंजू देवी के घर का दौरा कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि उपहार समिति द्वारा दोनों आवासीय और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों का मरम्मत का कार्य पूर्ण हो चुका है अब उक्त प्रतिष्ठानों में किराएदार भी आ चुके हैं। उन्होंने बताया कि वह अभी तक पांच जरूरतमंद विधवाओं के आवासीय भवन बना चुके हैं । 47 जरूरतमंद बेटियों की शादी में मदद भी पहुंच चुके हैं। उन्होंने बताया कि आगामी कुछ वर्षों में वह 100 निर्धन और जरूरतमंद कन्याओं की शादी पूर्ण करेंगे। श्री सेमवाल ने बताया कि वर्तमान में पाटयु गांव की चैता देवी के आवासीय भवन का निर्माण कार्य की पहल की जा रही है।