स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए हर फरियादी को न्याय मिलना जरूरी, न्यायमूर्ति विवेक भारती शर्मा की अध्यक्षता में बहुउद्देशीय विधिक जागरूकता एवं साक्षरता शिविर का आयोजन, न्यायमूर्ति विवेक भारती शर्मा बोले अत्याचार और अन्याय को न सहे।
लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति/ प्रशासनिक न्यायाधीश रुद्रप्रयाग विवेक भारती शर्मा की अध्यक्षता में क्रीडा स्थल अगस्त्यमुनि में बहुउद्देशीय विधिक जागरूकता एवं साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग, स्कूल एवं काॅलेज के छात्र- छात्राओं सहित ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न स्कूलों से पहुंचे छात्र- छात्राओं से संवाद किया। वहीं क्रीड़ा हाॅल परिसर में गुलमोहर का पौधा भी लगाया।
कार्यक्रम का उद्घाटन न्यायमूर्ति, जनपद न्यायाधीश सहदेव सिंह, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अशोक कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। न्यायमूर्ति ने अपने संबोधन में कहा कि शिविर को लेकर स्थानीय लोगों एवं छात्र- छात्राओं का उत्साह देखकर काफी प्रसन्नता हुई। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से इस तरह के जितने भी शिविर आयोजित होते हैं उन शिविरों के माध्यम से प्रदेश व जनपद के सामान्य नागरिकों को उनके अधिकारों से अवगत कराने साथ ही उन्हें इस बात का साहस प्रदान करना भी होता है कि वो अत्याचार या अन्याय को न सहें। क्योंकि एक स्वस्थ समाज का निर्माण होने के लिए ऐसा माहौल होना चाहिए, जिसमें सभी को न्याय मिल सके। इसके लिए जरूरी है कि आम जन या न्याय की खोज में पहुंच रहे फरियादियों को समय पर न्याय मिल सके। जब तक वह आश्वस्त नहीं होगा तब तक कोई भी समाज प्रगति नहीं कर सकता। उन्होंने यह भी कहा कि यदि न्याय के प्रति आश्वासन मूलरूप धारण नहीं करता तब तक देश में अराजकता का माहौल होना स्वाभाविक है।
उन्होंने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में आयोजित बहुउद्देशीय शिविर के सफल आयोजन के लिए जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के सहयोग की सराहना की। साथ ही बहुउद्देशीय शिविर में बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों के प्रतिभाग करने पर प्रसन्नता व्यक्त की। साथ ही कहा कि शिविर में बड़ी संख्या में लोगों के प्रतिभाग करने से हम इस बात के लिए पूर्ण रूप से आश्वस्त हैं कि लोग अपने न्याय व अधिकारों के प्रति जागरूक हैं। उन्होंने आशा जाहिर करते हुए कहा कि निःसंदेह हम अपने देश को मजबूती और ऊंचाई पर ले जाने में सफल होंगे। जनपद न्यायाधीश सहदेव सिंह ने कहा कि विधिक सेवा प्राधिकरण के तहत जनपद में लगातार साक्षरता शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। दूरस्थ क्षेत्रों में आमजनमास को विधिक जानकारी उपलब्ध करवाई जा रही है। उच्च न्यायालय नैनीताल के तत्वाधान में सिंगल यूज प्लास्टिक को प्रतिबंधित करने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है, ताकि हमारे पर्यावरण को संरक्षित एवं सुरक्षित किया जा सके। इसके साथ ही खाद्य पदार्थों की ओवर रेटिंग, एक्सपायरी सहित अन्य मानकों का पालन करवाने के लिए भी लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं।
इससे पहले जिलाधिकारी सौरभ गहरवार द्वारा न्यायमूर्ति का कार्यक्रम में पुष्पगुच्छ भेंट कर एवं शॉल भेंट कर स्वागत किया गया। उधर, एनसीसी एवं एनएसएस के छात्र- छात्राओं ने बैंड की धुन से उनका स्वागत किया। शिविर में विभिन्न स्कूलों के छात्र- छात्राओं द्वारा नशा उन्मूलन सहित अन्य कुरीतियों पर नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति दी गई। इस अवसर पर कृषि, उद्यान, रीप, पशुपालन, बाल विकास, स्वास्थ, एनआएलएम, पुलिस सहित अन्य विभागों द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं एवं उत्पादों के स्टाॅल भी लगाए गए थे जिनका निरीक्षण करते हुए न्यायमूर्ति ने विभागीय अधिकारियों से संवाद किया। वहीं विभिन्न विभागों द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को भी सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों में 10 कृषकों को प्रमाण पत्र एवं कृषि यंत्र वितरित किए गए, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन एवं ग्रामीण उद्यम वेग वृद्वि परियोजना रीप के अंतर्गत गठित 10 समूहों एवं सदस्यों को विभिन्न आजीविका संर्वधन एवं आय सृजक गतिविधियों के लिए डेढ़ लाख से लेकर 05 लाख की धनराशि के चेक वितरित किए गए। समाज कल्याण विभाग द्वारा चार दिव्यांग लोगों को व्हील चेयर एवं छड़ी वितरित किए गए। बाल विकास विभाग के तहत छह महिलाओं को महालक्ष्मी किट वितरित किए गए।
शिविर में सचिव विधिक सेवा प्राधिकरण रवि रंजन, सिविल जज जूनियर डिवीजन रुद्रप्रयाग जतिन मित्तल, न्यायिक मजिस्ट्रेट पारूल थपलियाल, पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रहलाद कोंडे, प्रभागीय वन अधिकारी कल्याणी, मुख्य विकास अधिकारी डॉ जीएस खाती, उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग आशीष घिल्डियाल, जखोली भगत सिंह फोनिया सहित विभिन्न स्कूलों के छात्र- छात्राएं एवं जिला स्तरीय अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन सिविल जज जूनियर डिविजन ऊखीमठ रोहित कुमार पांडेय ने किया।