ऊखीमठ : रामबाडा़ – घिनुरपाणी – गरूणचट्टी सयुंक्त संघर्ष समिति की बैठक ब्लॉक सभागार में समिति अध्यक्ष सन्दीप पुष्वाण की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में केदारनाथ यात्रा पड़ावों पर व्यवसाय कर रहे आपदा प्रभावित, व्यापारियों, घोड़े – खच्चर व टेन्ट संचालकों की विभिन्न समस्याओं पर विस्तृत चर्चा की गयी तथा केदारनाथ आपदा प्रभावित यात्रा पड़ावों पर प्रशासन के साथ आपदा से क्षति का आकलन करने के लिए प्रत्येक यात्रा पड़ाव पर तीन सदस्यीय समिति का गठन कर जिम्मेदारी दी गई साथ ही समिति ने तहसील प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को दो सूत्रीय ज्ञापन भेजकर आपदा प्रभावित व्यापारियों को मानकों के अनुसार मुआवजा देने की मांग की।
ब्लॉक सभागार में आयोजित बैठक में वक्ताओं ने कहा कि विगत 31 जुलाई को केदारनाथ यात्रा के विभिन्न यात्रा पड़ावों पर बादल फटने से सरकारी व गैर सम्पतियों को भारी नुकसान हुआ है तथा केदारनाथ यात्रा पर निर्भर रहने वाले हर व्यक्ति की आजीविका प्रभावित हुई है इसलिए प्रदेश सरकार को वर्ष 2013 की आपदा के मानकों के अनुसार मुआवजा वितरित करना चाहिए। वक्ताओं ने कहा कि प्रशासन द्वारा केदारनाथ यात्रा को पुनः सुचारू करने के अथक प्रयास तो किये जा रहे हैं मगर मौसम के बार – बार खलल डालने से केदारनाथ यात्रा दुबारा शुरू करना चुनौतीपूर्ण बना हुआ है।बैठक के बाद संघर्ष समिति के पदाधिकारियों व आपदा प्रभावित व्यापारियों, घोड़े खच्चर व टेंट संचालकों सहित सभी वर्ग के आपदा प्रभावितों ने तहसील प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को दो सूत्रीय ज्ञापन भेजकर सभी आपदा प्रभावितों को वर्ष 2013 की तर्ज पर मुआवजा वितरित करने व आगामी 2025 में शुरू होने वाली केदारनाथ के संचालन में हर वर्ग के आपदा प्रभावितों को इस वर्ष की स्वीकृति को यथावत लागू करने की मांग की।
इस मौके पर निवर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष विजय राणा, दलवीर नेगी, कर्मवीर कुवर,दिनेश सत्कारी, चन्द्रमोहन उखियाल, जसपाल पंवार, प्रह्लाद राणा, विजेन्द्र राणा रिसाइकल एरिया मैनेजर सुषमा, वन पंचायत सरपंच पवन राणा, पंकज बर्त्वाल बलवन्त रावत सौरभ भटट् जगदीश लाल, दलवीर रावत, जसवन्त सिंह, राजेश राणा मुकेश नेगी, प्रमोद पंवार, शुखवीर सिंह, अनूप पंवार, दीपक पटवाल देवेंद्र राणा सहित केदारनाथ यात्रा पर निर्भर रहने वाले विभिन्न क्षेत्रों के आपदा प्रभावित मौजूद थे।