केएस असवाल
गौचर : भारत-तिब्बत सीमा पुलिस द्वारा स्वतंत्रता दिवस की 78 वीं वर्षगांठ विकसित भारत हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। साथ ही विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए।
विरेन्द्र सिंह रावत सेनानी 8वीं वाहिनी के कुशल नेतृत्व एवं निर्देशन में स्वतंत्रता दिवस-2024 की 78वीं वर्षगांठ पर आजादी का अमृत महोत्सव व विकसित भारत कार्यक्रम बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। स्वतंत्रता दिवस के इस पावन अवसर पर विरेन्द्र सिंह रावत, सेनानी 8वीं वाहिनी के द्वारा सर्वप्रथम वाहिनी प्रांगण में निर्मित शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर शहीदों को नमन किया गया इसके उपरान्त ध्वजारोहण किया गया। ध्वजारोहण के दौरान 01 अधिकारी (परेड कमाण्डर), 03 अधीनस्थ अधिकारी एवं 33 जवानों की सैन्य टुकड़ी/ परेड़ के द्वारा सशस्त्र राष्ट्रीय सलामी दी गई। राष्ट्रीय सलामी के दौरान राष्ट्र गान की धुन पर राष्ट्रीय गान गाया गया। ध्वजारोहण के बाद विरेन्द्र सिंह रावत, सेनानी, 8वीं के द्वारा उपस्थित अधिकारी गण, अधीनस्थ अधिकारी गण, हिमवीर जवानों, दूर-दराज से आये हुए शहीद/सेवानिवृत पदाधिकारियों, मीडिया बन्धुओं एवं आई०टी०बी०पी० पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों और अध्यापिकाओं को संबोधित करते हुए शुभकामनाएं दी गई। उन्होंने कहा कि आज का दिवस हम सभी के लिए बेहद खास है, यही कारण है कि हम बेसब्री से इस दिन का इंतजार करते हैं। इस विशेष दिन हम उन सभी महान क्रांतिकारियों एवं स्वतंत्रता सेनानियों की याद में श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। जिन्होंने लम्बे स्वतंत्रता संघर्ष के दौरान देश के गौरव के लिये बहादुरी से लड़ते हुए त्याग और बलिदान दिया, जिसके चलते हमें आजादी मिली है। भारत का स्वतंत्रता दिवस सिर्फ अंग्रेजों से प्राप्त हुई हमारी आजादी को ही नहीं दर्शाता है, बल्कि यह हमारे देश की क्षमता और शक्ति को भी दर्शाता है।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर न केवल हम अपने महान स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते है, बल्कि अपने देश की उपलब्धियों को भी स्मरण करते है जो हमें बेहतर और लीक (राह/रास्ता) से हटकर कार्य करने के लिये प्रोत्साहित करता है। हम सब को यह जानकर प्रसन्नता होती है कि सैन्य शक्ति के मामले में आज हम दुनियां के पांच सबसे शक्ति शाली देशों में से एक है, और इसका श्रेय हमारी सेना के वीर सैनिकों को जाता है। आज के परिप्रेक्ष्य में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल के जवान सुरक्षा और देश की शांति व्यवस्था के लिये ना सिर्फ दिन-रात सीमा पर मुस्तैद रहते है, बल्कि किसी भी आपदा और संकट के समय में भी बचाव राहत कार्यों के लिये सदैव तत्पर रहते है, जिस पर हमें गर्व है।
8वीं वाहिनी, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल प्रतिकूल भौगोलिक एवं उच्च हिमालयी क्षेत्र में दिन-रात सीमा की चौकसी में तत्पर है, इसके अतिरिक्त हमारी तैनाती देवभूमि उत्तराखण्ड के धार्मिक एवं पर्यटन स्थल जैसे क्षेत्रों में भी है, जहां देश-विदेश के लाखों पर्यटक श्रद्धालु आते है, ऐसे में हमारी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। मुझे अति गर्व है कि सीमा चौकसी के अतिरिक्त 8वीं वाहिनी के जवानों के द्वारा हजारों श्रद्धालुओं को प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा प्रदान करने हेतु, बचाव एवं राहत कार्यों को बेहतरीन तरीके से किया जाता रहा है। भविष्य की चुनौतियों के लिए भी हम आम नागरिकों की सुरक्षा व सहायता के लिए तत्पर है।
सेनानी के संबोधन के उपरान्त परेड कमाण्डर के द्वारा स्वतंत्रता दिवस परेड़ निष्क्रमण की अनुमति ली गई। अनुमति के उपरान्त परेड कमाण्डर द्वारा परेड निष्क्रमण किया गया। आई० टी०बी०पी० पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों में देश प्रेम की भावना के विकास (देश हिफाजत एवं सुरक्षा हेतु) एवं सामाजिक, राजनीतिक एवं नागरिक उत्तरदायित्व की भावना के विकास हेतु विरेन्द्र सिंह रावत, सेनानी 8वीं के प्रांगण में देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम के अन्त में मुख्य अतिथि के द्वारा कार्यक्रम में प्रतिभागी सभी विधार्थियों की सराहना करते हुए विद्यार्थियों में आदर्श नागरिक उत्तरदायित्व की भावना के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाली विद्यालय की शिक्षिकाओं को सेनानी के द्वारा सम्मानित किया गया।